देश के सरकारी स्वामित्व वाले बैंक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने अपनी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स-बेस्ड लेंडिंग रेट्स (MCLR) बढ़ा दी है. बैंक ने एमसीएलआर बढ़ाया तो कर्ज महंगा हो जाएगा. साथ ही आपके पर्सनल, होम और कार लोन की ईएमआई भी बढ़ जाएगी. यूबीआई के नोटिफिकेशन के मुताबिक ये नई दरें 11 दिसंबर से लागू हो गई हैं. एमसीएलआर वह दर है जिसके आधार पर सभी तरह के कर्ज पर ब्याज तय होता है.
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने MCLR में 5 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की है. अभी बैंक का MCLR 7.50 फीसदी से 8.60 फीसदी के बीच है. ये दरें 10 जनवरी 2023 तक लागू रहेंगी. वेबसाइट में कहा गया है कि 11 दिसंबर से 3 साल की एमसीएलआर दर को बढ़ाकर 8.60 फीसदी कर दिया गया है. 2 साल और 1 साल के लिए MCLR रेट 8.45 फीसदी और 8.25 फीसदी हो गया है.
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बैंक के पास छह महीने के लिए 8.05 फीसदी, तीन महीने के लिए 7.85 फीसदी, एक महीने के लिए 7.65 फीसदी और ओवरनाइट के लिए 7.50 फीसदी होगा. 11 दिसंबर को एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट (ईबीएलआर) 9.05 फीसदी तय किया गया है. 2.80 के प्रसार के साथ समग्र रेपो दर 6.25 प्रतिशत है.
अब होम लोन की दरें बदल जाएंगी. होम लोन के अलावा कार और पर्सनल लोन भी महंगे हो जाएंगे. आपकी ईएमआई भी बढ़ जाएगी. ईएमआई होम लोन की चुकाने योग्य मासिक किस्त है. आपका सिबिल स्कोर भी ईएमआई को प्रभावित करता है. सिबिल स्कोर कम होने पर ब्याज ज्यादा देना पड़ता है. साथ ही सिबिल स्कोर ज्यादा होने पर ब्याज कम देना पड़ता है.
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पिछले हफ्ते रेपो रेट में 35 बेसिस प्वाइंट यानी 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी की थी. आरबीआई ने रेपो रेट को बढ़ाकर 6.25 फीसदी कर दिया है. आरबीआई के रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद ज्यादातर बैंकों ने कर्ज पर ब्याज दरें बढ़ा दी हैं.
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