Israel Iran War: इजरायल ने शनिवार को सुबह-सुबह ईरान में सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए, जो इजरायली अधिकारियों के अनुसार, 1 अक्टूबर को ईरान द्वारा किए गए बैलिस्टिक मिसाइल हमले के जवाब में थे. ईरान में हुए नुकसान के बारे में तत्काल कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है. इजरायली सेना ने कहा कि यह हमला “सटीक सैन्य ठिकानों पर किया गया है.” हालांकि ज्यादा जानकारी नहीं दी गई.
इजरायली सेना के बयान में कहा गया, “7 अक्टूबर से ईरान और उसके सहयोगी लगातार इजरायल पर सात अलग-अलग मोर्चों से हमले कर रहे हैं, जिनमें ईरान की धरती से किए गए सीधे हमले भी शामिल हैं. हर स्वतंत्र देश की तरह, इजरायल का भी अधिकार और कर्तव्य है कि वह इसका जवाब दे.”
ईरानी राजधानी तेहरान में विस्फोटों की आवाज सुनी गई, और सरकारी मीडिया ने बताया कि यह आवाजें शहर के आसपास हवाई सुरक्षा प्रणाली से भी आ सकती हैं.
इस बीच, सीरिया में भी राज्य मीडिया ने बताया कि उसकी हवाई सुरक्षा प्रणाली ने वहां “दुश्मन के लक्ष्यों” को निशाना बनाया है.
गाजा पट्टी में जारी इजरायल-हमास युद्ध के दौरान ईरान ने इजरायल पर दो बार बैलिस्टिक मिसाइल हमले किए हैं, जो 7 अक्टूबर, 2023 को हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमले के बाद शुरू हुए थे. इजरायल ने लेबनान पर भी एक जमीनी हमला किया है.
यह हमला तब हुआ जब अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन मध्य पूर्व का दौरा करके वापस लौटे, जहां उन्होंने और अन्य अमेरिकी अधिकारियों ने इजरायल को चेतावनी दी थी कि वह ऐसा कोई कदम न उठाए जिससे इस क्षेत्र में संघर्ष और बढ़े और ईरान में परमाणु स्थलों को निशाना न बनाया जाए.
व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता शॉन सेवेट ने एक बयान में कहा कि “हम समझते हैं कि इजरायल ईरान में सैन्य ठिकानों पर निशाना बनाकर हमले कर रहा है,” और रिपोर्टरों को अधिक जानकारी के लिए इजरायली सरकार से संपर्क करने के लिए कहा है.
पीठ चांदनी चौक सर्व व्यापार मंडल द्वारा दायर जनहित याचिका पर विचार कर रहा है,…
गुयाना से भारत लौटने के बाद पीएम मोदी सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर एक पोस्ट…
देश के विभिन्न राज्यों में तैयार किए गए गिफ्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अंतर्राष्ट्रीय यात्राओं…
एक बेघर व्यक्ति को मारने के बदले में भीड़ ने तय किया कि हाथिनी मैरी…
दिल्ली में Aam Aadmi Party की सरकार शासन और नौकरशाही पर नियंत्रण से जुड़े कई…
डॉ. राजेश्वर सिंह ने देश को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने तथा 2047…