Israel Hamas War: हमास के हमले के बाद से इजरायल की ओर से जावाबी कार्रवाई जारी है. आतंकी तो आतंकी आम नागरिक भी इसके चपेट में आ गए हैं. इस भीषण युद्ध में अब तक करीब 3600 लोगों की मौत हुई है. गाजा पट्टी में हर तरफ मलबा ही मलबा देखने को मिल रहा है. रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली वायु सेना ने गुरुवार 12 अक्टूबर को कहा कि अब तक उन्होंने हमास के ठिकानों पर 6,000 बम गिराए हैं और हवाई हमलों में 3,600 से अधिक लोगों की मौत हुई है. युद्ध के कुछ विशेषज्ञों के अनुसार, पिछले छह दिनों में गिराए गए बमों की संख्या, जो 6,000 है, यह चौंकाने वाला है.
इजरायली सेना के मुताबिक, 6000 बमों में 4000 टन विस्फोटक थे. गाजा में की गई बमबारी में महिलाएं और बच्चों समेत हमास के कई कमांडर मारे गए हैं. इज़राइल ने गाजा की पूरी तरह से नाकेबंदी कर दी है. और भोजन, पानी और दवाओं सहित आवश्यक आपूर्ति की अनुमति देने से इनकार कर दिया है.
2003 में, जब संयुक्त राष्ट्र अमेरिका ने इराक पर हमला किया था. तब अमेरिका ने लगभग 30,000 बम गिराए गए थे. गार्लास्को ने इराक में हमलों की योजना बनाने में भी काम किया था. गार्लास्को ने एक बार कहा था कि सबसे बड़ी रात को अमेरिका द्वारा लगभग 8,000 बम गिराए गए थे.
यह भी पढ़ें: Israel Hamas War: “गाजा पर नहीं रोकी बमबारी तो दूसरे मोर्चे पर युद्ध के लिए रहें तैयार”, ईरान ने इजरायल को धमकाया
इस बीच इज़रायल ने संयुक्त राष्ट्र से कहा कि उत्तरी गाजा में रहने वाले सभी फ़िलिस्तीनियों को वहां से हटा दें. इज़रायली सेना ने कहा कि वह अगले 24 घंटों में नागरिकों के बीच छिपे हमास के आतंकवादियों को निशाना बनाएगी और इसलिए सभी निर्दोष नागरिकों के लिए गाजा से बाहर निकलना जरूरी है. संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि इस आदेश को लागू करना असंभव है क्योंकि इस क्षेत्र में लगभग 1.1 मिलियन फिलिस्तीनी रहते हैं, जो गाजा की आबादी का आधा है. हमास ने इज़रायली सैन्य आदेश को ‘फर्जी प्रचार’ कहा और नागरिकों से इसके झांसे में न आने का आग्रह किया है.
Lok Sabha Election 2024 Rahul Gandhi Kundli: लोक सभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने…
एक शख्स की दो बेटियों की शादी एक ही साथ थी और दुल्हन पक्ष ने…
याचिका में आरोप लगाया गया था कि इन तीन कानूनों पर संसद में बहस नहीं…
यह घटना तब हुई जब धर्मेंद्र वोट डालकर लौट रहे थे. भाजपा सांसद और धर्मेंद्र…
लोकसभा चुनाव 2024 के पांचवें चरण के लिए मतदान शुरू हो गए हैं. मुंबई में…
गांव वालों ने कहा कि पिछले चार साल से अपनी मांग को लेकर केंद्र सरकार…