प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार (16 नवंबर) को तीन देशों नाइजीरिया, ब्राजील और गुयाना की यात्रा पर रवाना हो गए. इस दौरान वे कई उच्चस्तरीय द्विपक्षीय और बहुपक्षीय बैठकों में भाग लेंगे.
पांच दिवसीय यात्रा कई महत्वपूर्ण मील के पत्थर साबित होगी, जिसमें 17 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की नाइजीरिया की पहली यात्रा और 50 वर्षों में गुयाना की पहली यात्रा शामिल है. प्रधानमंत्री मोदी अगले सप्ताह Brasil में G-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन (G-20 Summit) में भी भाग लेंगे और तीनों देशों में भारतीय प्रवासियों से बातचीत करेंगे.
अपनी यात्रा के पहले चरण में प्रधानमंत्री मोदी नाइजीरिया (Nigeria) के राष्ट्रपति बोला अहमद टीनूबू के निमंत्रण पर नाइजीरिया में दो दिन बिताएंगे. विदेश यात्रा पर रवाना होने से पहले उन्होंने कहा, ‘महामहिम राष्ट्रपति बोला अहमद टीनूबू (President Bola Ahmed Tinubu) के निमंत्रण पर यह नाइजीरिया की मेरी पहली यात्रा होगी, जो पश्चिम अफ्रीकी क्षेत्र में हमारा करीबी साझेदार है. मेरी यात्रा लोकतंत्र और बहुलवाद में साझा विश्वास पर आधारित हमारी रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने का अवसर होगी. मैं भारतीय समुदाय और नाइजीरिया के मित्रों से मिलने का भी बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं, जिन्होंने मुझे हिंदी में गर्मजोशी से स्वागत संदेश भेजे हैं.’
ब्राजील यात्रा पर पीएम मोदी बोले, ‘ब्राजील में मैं ट्रोइका सदस्य के रूप में 19वें जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लूंगा. पिछले वर्ष भारत की सफल अध्यक्षता ने जी-20 को लोगों के जी-20 के रूप में उन्नत किया और वैश्विक दक्षिण की प्राथमिकताओं को अपने एजेंडे में मुख्यधारा में शामिल किया. इस वर्ष ब्राजील ने भारत की विरासत को आगे बढ़ाया है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘मैं ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ के हमारे दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए सार्थक चर्चाओं की आशा करता हूं. मैं कई अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाने पर विचारों का आदान-प्रदान करने के अवसर का भी उपयोग करूंगा.’
गुयाना की यात्रा को लेकर पीएम मोदी ने कहा, ‘महामहिम राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली के निमंत्रण पर गुयाना की मेरी यात्रा 50 वर्षों से अधिक समय में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा होगी. हम अपने अनूठे संबंधों को रणनीतिक दिशा देने के लिए विचारों का आदान-प्रदान करेंगे, जो साझा विरासत, संस्कृति और मूल्यों पर आधारित है.’
उन्होंने कहा, ‘मैं 185 साल से भी अधिक समय पहले प्रवास करने वाले सबसे पुराने भारतीय प्रवासियों में से एक को भी अपना सम्मान अर्पित करूंगा और साथी लोकतंत्र से जुड़ूंगा, क्योंकि मैं उनकी संसद को संबोधित करूंगा.’
पीएम मोदी बोले, ‘इस यात्रा के दौरान मैं कैरेबियाई साझेदार देशों के नेताओं के साथ दूसरे भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में भी शामिल होऊंगा. हम हर मुश्किल समय में एक साथ खड़े रहे हैं. शिखर सम्मेलन हमें ऐतिहासिक संबंधों को नवीनीकृत करने और नए क्षेत्रों में अपने सहयोग का विस्तार करने में सक्षम बनाएगा.’
-भारत एक्सप्रेस
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