दुनिया

पापुआ न्यू गिनी के साथ भारत के बढ़ते जुड़ाव का अमेरिका ने किया स्वागत

Washington: पीएम मोदी की बीते दिनों पापुआ न्यू गिनी की यात्रा वैश्विक मंच पर कूटनीतिक दृष्टि से काफी अहम बताई जा रही है. अब अमेरिका ने भी इसे लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. यूएस डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट डायरेक्टर, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और पैसिफिक अफेयर्स, टेलर रग्गल्स ने पापुआ न्यू गिनी के साथ भारत के बढ़ते जुड़ाव का स्वागत किया.

रगल्स ने कहा, “हम इस क्षेत्र में भारत की भागीदारी का स्वागत करते हैं. भारत ब्लू पैसिफ़िक (पीबीपी) में भागीदारों का सदस्य नहीं है, लेकिन वह एक पर्यवेक्षक है. इसलिए, जिस तरह से हमने ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, जापान, कोरिया, और अब, कनाडा जर्मनी सहित अन्य समान विचारधारा वाले देशों के साथ काम किया है, उन तरीकों को परिभाषित किया है जिससे हम प्रशांत द्वीप पर प्रतिक्रिया देने के लिए अपने संयुक्त प्रयासों का लाभ उठा सकते हैं.”

पापुआ न्यू गिनी में पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडो-पैसिफिक द्वीप पापुआ न्यू गिनी का दौरा किया और फोरम फॉर इंडिया-पैसिफिक आइलैंड्स कोऑपरेशन (FIPIF) के तीसरे शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता की. अमेरिका और उसके सहयोगियों, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, जापान और यूनाइटेड किंगडम ने जून 2022 में ब्लू पैसिफ़िक पहल में भागीदारों को अपने क्षेत्र का विस्तार करने के लिए और चीन के आक्रामक नीति के जवाब में क्षेत्र के छोटे द्वीप राष्ट्रों के साथ प्रभावी और कुशल सहयोग को बढ़ावा दिया है.

प्रशांत क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा

चीन द्वारा 10 प्रशांत देशों के साथ एक व्यापक, सामान्य सहयोग समझौते पर जोर देने के बाद, यह स्पष्ट हो गया कि इसके बढ़ते प्रभाव की योजनाबद्ध सीमा और क्षेत्र में भू-रणनीतिक प्रतिस्पर्धा बढ़ गई. ऑस्ट्रेलिया और जापान के साथ-साथ भारत को एक करीबी क्लब पार्टनर बताते हुए रग्गल्स ने कहा कि वे इस क्षेत्र में एक साथ मिलकर बहुत सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं.

इसे भी पढ़ें: भारत यात्रा पर आ रहे हैं यूएस डिफेंस सेक्रेटरी, सिंगापुर और जापान का भी करेंगे दौरा

पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री ने छुए थे पीएम मोदी के पैर

पीएम मोदी 21 मई को पोर्ट मोरेस्बी हवाई अड्डे पर पापुआ न्यू गिनी पहुंचे. जहां पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे ने पीएम मोदी के पैर छुए और उनका आशीर्वाद लिया. यह पीएम मोदी का पीएनजी का पहला दौरा था, साथ ही किसी भी भारतीय प्रधान मंत्री द्वारा इंडो-पैसिफिक देश का पहला दौरा था. तीसरे एफआईपीआईएफ शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए, प्रशांत द्वीप देशों के साथ भारत की साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए 12-चरणीय कार्यक्रम की घोषणा की.

– भारत एक्सप्रेस

Rohit Rai

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