दुनिया

ईरान में राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए हो रहा मतदान, इनके बीच मुख्य मुकाबला!

ईरान में शुक्रवार को राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए आज मतदान सुबह 8 बजे से मतदान हो रहा है. पिछले महीने राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की एक विमान दुर्घटना में मौत के बाद ईराम में चुनाव कराने पड़ रहे हैं. यह चुनाव ऐसे समय में हो रहे हैं, जब इजराइल-हमास के बीच जारी युद्ध को लेकर पश्चिम एशिया में व्यापक स्तर पर तनाव है और ईरान पिछले कई वर्षों से आर्थिक संकट का सामना कर रहा है. मतदाताओं को कट्टरपंथी उम्मीदवारों और एक कम चर्चित राजनेता के बीच चुनाव करना होगा, जो ईरान के सुधारवादी आंदोलन से जुड़े रहे हैं.

इनके बीच मुख्य मुकाबला!

चुनाव प्रक्रिया की निगरानी करने वाले गृह मंत्री अहमद वहीदी ने बताया कि सुबह (स्थानीय समयानुसार) आठ बजे मतदान शुरू हुआ. ईरान के 85 वर्षीय सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई ने चुनाव में पहला वोट डाला और जनता से मतदान करने का आग्रह किया. विश्लेषक राष्ट्रपति चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला मान रहे हैं. उनका मानना है कि मुख्य मुकाबला दो कट्टरपंथी उम्मीदवार – पूर्व परमाणु वार्ताकार सईद जलीली और संसद के अध्यक्ष मोहम्मद बाघेर कलीबाफ और सुधारवादी के तौर पर पहचाने जाने वाले उम्मीदवार मसूद पेजेशकियन के बीच है.

ईरान की राजनीति

मसूद का झुकाव पूर्व राष्ट्रपति हसन रूहानी की तरफ है, जिनके शासन के तहत तेहरान ने विश्व शक्तियों के साथ 2015 का ऐतिहासिक परमाणु समझौता किया था. परमाणु समझौता रद्द हो गया था और कट्टरपंथी नेता दोबारा सत्ता पर काबिज हुए. हृदय रोग विशेषज्ञ मसूद (69) दोबारा परमाणु समझौता करने और पश्चिमी देशों से संबंध बेहतर करने के पक्ष में हैं.

इसे भी पढ़ें: “भारत हमारा सबसे करीबी…”, मालदीव के दिल की बात आई सामने, चीन में ही मुइज्जू के मंत्री ने प्रशंसा के बांध दिए पुल

इजराइल को छोड़कर…

वोट डालने के बाद मसूद ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम इजराइल को छोड़कर सभी देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध रखने का प्रयास करेंगे.’’ ईरान में 18 वर्ष से अधिक आयु के लगभग 6.1 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें से लगभग 1.8 करोड़ 18 से 30 आयु वर्ग के हैं. ईरानी कानून के अनुसार, जीतने के लिए किसी उम्मीदवार को कुल डाले गए वोटों में से 50 प्रतिशत से अधिक वोट मिलना जरूरी है. अगर ऐसा नहीं होता है, तो दौड़ में शामिल शीर्ष दो उम्मीदवार एक सप्ताह के बाद होने वाले दूसरे चरण के लिए आगे बढ़ेंगे.

Rohit Rai

Recent Posts

साल 1916, जब इंसानों ने जंजीर से बांध कर टांग दी अपनी चेतना, अमेरिका का ये काला इतिहास झकझोर देगा

एक बेघर व्यक्ति को मारने के बदले में भीड़ ने तय किया कि हाथिनी मैरी…

29 minutes ago

Delhi: LG ने की CM Atishi की तारीफ, Kerjiwal से इतने गुना बेहतर भी बता दिया

दिल्ली में Aam Aadmi Party की सरकार शासन और नौकरशाही पर नियंत्रण से जुड़े कई…

32 minutes ago

केस दर्ज होने के खिलाफ AMU में छात्रों का प्रदर्शन, छात्र संघ चुनाव कराने की मांग पर अड़े

AMU छात्र नेता सलमान गौरी ने कहा, जिन बच्चों का सस्पेंशन किया है उन्हें बहाल…

2 hours ago

‘व्यापार और भारत पर इसका कोई असर नहीं होगा’, अमेरिका में अडानी ग्रुप पर लगे आरोपों पर बोले अधिवक्ता विजय अग्रवाल

Gautam Adani Indictment In US: दिल्‍ली में नामचीन क्रिमिनल लॉयर एडवोकेट विजय अग्रवाल ने उद्योगपति…

2 hours ago

BGT Perth Test: टीम इंडिया 9वीं बार विदेशी सीरीज में पहले ही दिन हुई ऑल-आउट

Border-Gavaskar Trophy: भारतीय टीम पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ केवल 150 रन बनाकर ऑल-आउट…

3 hours ago