Lok Sabha Elections 2024: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव का पारा ठीक उसी तरह से हाई है, जैसे सूरज देव का. तेज धूप के बीच यूपी की सियासत भी तेज हो गई है. राजनीतिक दल लगातार विभिन्न सीटों के लिए उम्मीदवार घोषित कर रहे हैं. इस बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी कई सीटों पर बार-बार अपने प्रत्याशी बदले हैं. सबसे ज्यादा चर्चा सपा के गढ़ माने जाने वाले कन्नौज सीट को लेकर हो रही है.
दरअसल अखिलेश ने पहले यहां अपने भतीजे तेज प्रताप यादव को उतारा फिर खुद ही उतरने की फैसला ले लिया है. इसे लेकर कभी उनके दोस्त और सपा गठबंधन का हिस्सा रहे राष्ट्रीय लोकदल (RLD) प्रमुख जयंत चौधरी ने चुटकी ली है और कहा है कि, ‘हो सकता है कल-परसों फिर से टिकट (उम्मीदवार) बदल जाए.’
हालांकि आज कन्नौज में पर्चा दाखिल करने का आखिरी दिन है. यहां 18 अप्रैल से नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया चल रही है. कन्नौज सीट पर तेज प्रताप यादव की स्थिति डांवाडोल होते देख नामांकन से एक दिन पहले ही अखिलेश यादव ने अपना निर्णय बदल दिया और खुद कन्नौज से पर्चा दाखिल कर दिया है.
जयंत चौधरी काफी वक्त तक सपा गठबंधन के साथ रहे, लेकिन अब वह भाजपा नेतृत्च वाले एनडीए गठबंधन का हिस्सा हैं. जबसे उन्होंने भाजपा का हाथ थामा है, वह लगातार अखिलेश पर हमला बोल रहे हैं. दरअसल जयंत और अखिलेश के बीच लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर दरार पड़ी थी और उसी के बाद जयंत ने अपनी अलग राह चुन ली.
जयंत चौधरी ने BSP प्रमुख मायावती के ‘अलग पश्चिमी उत्तर प्रदेश राज्य बनाने’ वाले बयान पर कहा, ‘यह मांग लंबे समय से चली आ रही है. समय-समय पर यह मांग होती रही है कि उत्तर प्रदेश का पुनर्गठन किया जाए. उसी संदर्भ में उन्होंने (मायावती) बात रखी है, लेकिन अभी किसी भी सीट पर बसपा लड़ाई में दिख नहीं रही.’
-भारत एक्सप्रेस
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