Lok Sabha Election 2024 Voting: लोकसभा चुनाव-2024 के छठे चरण में आज राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की 7 सीटों समेत 58 लोकसभा क्षेत्रों में मतदान हुआ. इस बार चुनाव में कुल 1 करोड़ 82 लाख मतदाता ऐसे हैं, जो कि फर्स्ट टाइम वोटर हैं. दिल्ली में आज कई स्थानों पर फर्स्ट टाइम वोटर भी उत्साहपूर्वक मतदान करने पहुंचे.
18 वर्षीय ऊर्जा अक्षरा ने भी शुक्रवार को अपना पहला वोट डाला. यह किसी चुनाव में अक्षरा का पहला मतदान था. आज सुबह जब दिल्ली में मतदान की शुरुआत हुई, वे समय से पहले ही अपने इलाके के पोलिंग स्टेशन पर पहुंच गई थीं.
मतदान करने के बाद उन्होंने ‘फर्स्ट टाइम वोटर’ का सर्टिफिकेट दिखाया, जो चुनाव आयोग की ओर से उन वोटर्स को दिया जाता है, जिन्होंने पोलिंग स्टेशन पर पहुंचकर पहली दफा मतदान किया हो. ऊर्जा अक्षरा ने बताया कि वे सुबह 6:45 बजे से ही पोलिंग बूथ पर थीं. अपने पहले वोट को लेकर वह बेहद उत्साहित थीं.
बतौर फर्स्ट टाइम वोटर ऊर्जा अक्षरा बोलीं, ‘मैं कहना चाहूंगी कि हर व्यक्ति को मतदान करना चाहिए, क्योंकि हर वोट मायने रखता है. लोकतंत्र की भावना है और मैं हर उस व्यक्ति, जो 18 साल का हो गया है और जिसके पास वोटर आईडी है, से अपील करना चाहती हूं कि वह जाकर हमारे देश के लिए मतदान करे.’
पोलिंग बूथ पर 18 वर्ष या उससे अधिक आयु के वोटर न दिखने पर अक्षरा ने कहा, ‘आज पोलिंग बूथ पर मैंने अपनी उम्र का कोई नहीं देखा, सारे सीनियर सिटीजंस थे. शायद 30 साल के लोग थे, लेकिन मेरी (18 प्लस) उम्र का कोई नहीं था… यह देखकर थोड़ा सा बुरा लगा, क्योंकि यही उम्र है, जब हमें निर्णय लेना चाहिए. हम इस देश का भविष्य हैं. इसलिए हमें निश्चित तौर पर वोट करना चाहिए.
पहली बार वोट करते समय नर्वस थीं, यह पूछे जाने पर अक्षरा ने कहा- ‘हां वोट करते समय एक हल्की सी नर्वसनेस थी. क्योंकि हमेशा मम्मी को वोट करते हुए देखा है. आज पहली बार मैं वोट करके आई हूं.’
युवाओं के क्या मुद्दे हैं, इससे जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा, ‘निश्चित तौर पर (राजनीति में) महिला प्रतिनिधित्व के लिए एक महिला के रूप में मैंने वोट किया. जब मैं यहां की पार्टियों को देखती हूं तो एक चीज उनमें जरूर देखना चाहती हूं, वो हैं- महिला प्रतिनिधित्व, महिला आरक्षण और फेमिनिज्म. अगर इन तीनों की कमी है उस पार्टी में, तो वे मेरी सोच से मेल नहीं खाती. यह एक महत्वपूर्ण चीज है, जिसके लिए मैंने वोट किया. इसके अलावा बाल अधिकार और सभी जातियों के लिए अधिकारों पर जो बात करते हैं, ये देखकर मैं निर्णय लेती हूं.’
उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे लगता है कि इस समय दुनिया में युवाओं के लिए सोशल मीडिया प्रमुख और बड़ा मुद्दा है. मुझे लगता है कि इसका सीमित इस्तेमाल होना चाहिए और इसका इस्तेमाल अच्छे कामों के लिए होना चाहिए, नेगेटिव चीजों के लिए नहीं.’
देश का प्रतिनिधि कैसा होना चाहिए, इस सवाल के जवाब में ऊर्जा अक्षरा कहती हैं, ‘मैं चाहती हूं कि इस देश का प्रतिनिधि इस देश का नाम बाकी जगहों पर जाकर रोशन करे, मैं चाहती हूं कि इस देश में पूरी तरह से राजनीतिक समानता आ जाए, सिर्फ राजनीतिक ही नहीं बल्कि घरेलू और हर क्षेत्र में समानता आनी चाहिए.’
उन्होंने कहा, ‘मैं ये भी चाहती हूं कि एजुकेशन सिस्टम को थोड़ा और बूस्ट अप (बढ़ावा) दिया जाए, जैसे दुनिया बदल रही है, उस हिसाब से हमारे एजुकेशन सिस्टम को अपग्रेड किया जाए. स्कूल्स को थोड़ा और अच्छा किया जाए.’
अक्षरा ने आगे कहा, ‘निश्चित रूप से गरीबों के लिए नीतियां हों, झुग्गी-झोंपड़ियों में रहने वालों के लिए नीतियां हो, सफाई और इंफ्रास्ट्रक्चर आदि पर भी हमारे देश में बहुत काम जरूरी है. इसलिए मैं आशा करती हूं कि जो अगला प्रतिनिधि आएगा, वो हमारे देश के लिए ये सारे काम करेगा. इसके अलावा यह भी जरूरी है कि सब लोग वोट जरूर करें.’
– भारत एक्सप्रेस
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