हरिद्वार के पिरान कलियर में हजरत मख्दूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर के सालाना उर्स (पुण्यतिथि का उत्सव या मेला) में शामिल होने के लिए पाकिस्तान से 81 अकीदतमंदों (श्रद्धालु) का जत्था हर साल की तरह इस बार भी पहुंचा है. ये जायरीन (तीर्थयात्री) रुड़की पहुंचे हैं और 19 सितंबर तक वहां रहेंगे. इस मौके पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, और खुफिया विभाग से लेकर पुलिस व जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है.
हर साल पाकिस्तान से अकीदतमंद (श्रद्धालु) पिरान कलियर में आयोजित होने वाले हजरत साबिर साहब के सालाना उर्स में हिस्सा लेने आते हैं. इस साल हजरत साबिर साहब के 756वें उर्स में शामिल होने के लिए यह जत्था पाकिस्तान के लाहौर से वाघा-अटारी बॉर्डर के रास्ते अमृतसर-देहरादून एक्सप्रेस ट्रेन से रुड़की पहुंचा. प्रशासनिक अधिकारियों ने रेलवे स्टेशन से जायरीनों को बसों के जरिए पिरान कलियर पहुंचाया.
सीओ मंगलौर विवेक कुमार ने बताया कि पाकिस्तान से आए सभी 81 अकीदतमंद सुरक्षित पहुंच गए हैं और वे एक सप्ताह तक कलियर में रहेंगे. उनके ठहरने का इंतजाम साबरी गेस्ट हाउस में किया गया है. सुरक्षा के लिहाज से सिविल पुलिस के साथ सुरक्षा बलों की भी तैनाती की गई है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो.
गौरतलब है कि आजादी के बाद से ही पाकिस्तान से अकीदतमंद हर साल हजरत मख्दूम अली अहमद साबरी के उर्स में हिस्सा लेने कलियर आते हैं. यह परंपरा लगातार जारी है. पहले ये जायरीन पाक पट्टन स्थित दरगाह बाबा फरीद गंज शकर में हाजिरी लगाते हैं और फिर कलियर के लिए रवाना होते हैं. 19 सितंबर को सभी अकीदतमंद अपने वतन पाकिस्तान वापस लौटेंगे.
-भारत एक्सप्रेस
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