Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन है और इसी दिन रामलला अपने जन्म स्थान पर विराजमान किए जाएंगे. कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहेंगे. इसी के साथ की कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सैकड़ों वीवीआईपी को निमंत्रण दिया गया है. इसके अलावा इस दिन सैकड़ों साधु-संत भी मौजूद रहेंगे. इसी क्रम में डॉ. बीआर आंबेडकर, बाबू जगजीवन राम और बसपा संस्थापक कांशीराम के परिवार के सदस्यों को भी निमंत्रण भेजा गया है. सूत्रों की मानें तो राममंदिर आंदोलन में अपनी जान देने वाले कारसेवकों के परिवार और अनुसूचित जाति के प्रमुख लोगों को भी रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए न्योता दिया गया है. तो वहीं माना जा रहा है कि इस मौके पर बड़ी संख्या में देश भर के मजदूर और किसान भी शामिल होंगे.
दिग्गज हस्तियां होंगी शामिल
मालूम हो कि रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए फिल्म जगत से लेकर खेल और विज्ञान जगत के जाने-माने लोगों को निमंत्रण दिया गया है. इसके आलावा आमंत्रित लोगों की सूची में सुप्रीम कोर्ट के तीन सेवानिवृत्त प्रधान न्यायाधीश, सेना के तीनों अंगों के सेवानिवृत्त प्रमुख, पूर्व राजदूत, शीर्ष नौकरशाह, प्रमुख पदों पर आसीन आईपीएस अधिकारी और नोबेल पुरस्कार से सम्मानित लोग भी शामिल हैं. साथ ही प्रमुख राजनीतिक दलों के अध्यक्षों और अयोध्या में सभी दलों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है.
गौरतलब है कि राम मंदिर उद्घाटन को लेकर पिछले महीने देश भर के वीवीआई को न्योता भेजा जा रहा है. सूत्रों की मानें तो इस समारोह में आदिवासी समुदाय और खानाबदोश जातियों से आने वाले प्रमुख लोगों के साथ-साथ उद्योगपतियों और उद्यमियों को भी आमंत्रित किया गया है. तो वहीं ये भी जानकारी सामने आ रही है कि, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को छोड़कर किसी अन्य राज्य के मुख्यमंत्री को प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए आमंत्रित नहीं किया गया है. तो वहीं कार्यक्रम में किसी भी ऐसे नेता को आमंत्रित नहीं किया गया है कि वह किसी राज्य या केंद्र में मंत्री है. इसके अलावा कथाकारों, मठों और मंदिरों के न्यासियों के साथ 150 से अधिक परंपराओं के पुजारियों को भी निमंत्रित किया गया है.
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मीडिया सूत्रों के मुताबिक, नेपाल के संत समाज के प्रमुख व्यक्तियों, जैन, बौद्ध और सिख समुदाय के प्रतिनिधियों और प्रमुख दानदाताओं को भी नियंत्रण भेजा गया है. तो इसी के साथ ही 50 अलग-अलग देशों में रहने वाले हिंदू समाज के 55 प्रतिष्ठित व्यक्तियों को भी न्योता भेजा गया है.
-भारत एक्सप्रेस
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