New Hit And Run Law: हिंट एंड रन के नए कानून के खिलाफ उतरे ट्रक-बस ड्राइवरों की हड़ताल और फिर बाद में सरकार द्वारा इस मामले में किए गए समझौते के बाद इस मुद्दे पर राजनीति गर्म हो गई है. लोकसभा चुनाव से पहले सभी विपक्षी दल इस मुद्दे को भुनाने में जुटे हैं और लगातार सरकार पर हमला बोल रहे हैं. ताजा बयान सपा प्रमुख अखिलेश यादव की ओर से सामने आया है. बुधवार को उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि, “ड्राइवरों को स्टीयरिंग मोड़ना आता है.”
बुधवार को एक्स पर पोस्ट करते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने लिखा, “आजकल तथाकथित ‘डबल इंजन’ की भाजपा सरकार दरअसल ‘डबल दबाव’ में फँसी सरकार बन गई है. भाजपाई एक तरफ़ उनके दबाव में है जिनके फ़ायदे में से फ़ायदा उठाने के लिए वो जनविरोधी क़ानून लाते हैं, दूसरी तरफ़ जब जनता एकजुट हो जाती है तो भाजपाइयों को जनता के दबाव में अपने फ़ैसले आख़िरकार लौटाने ही पड़ते हैं.
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अखिलेश ने इस पोस्ट में आगे चुटकी लेते हुए सरकार पर निशाना साधा है और कहा है, “सही मायनों में तो तथाकथित ‘डबल इंजन’ की भाजपा सरकार ‘ट्रिपल खोपड़ीभंजन’ की सरकार बन गयी है, क्योंकि इसमें एक तीसरा पक्ष भाजपा के उन तर्कहीन-विवेकहीन समर्थकों का भी है जो भाजपाई फ़ैसलों और क़ानूनों को सही साबित करने के लिए हर तरह का कुतर्क करते हैं लेकिन जब भाजपा हार के डर से ये फ़ैसले या क़ानून वापस ले लेती है तो वो भी भाजपा को खरी-खोटी सुनाते हैं क्योंकि वो कहीं मुँह दिखाने लायक नहीं रह जाते हैं. इसी के साथ ही अखिलेश ने आगे लिखा है, “ड्राइवरों को स्टीयरिंग मोड़ना आता है.”
इससे पहले मंगलवार को अखिलेश ने एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए कहा था, ” ड्राइवर ही देश के ड्राइवर बदल देंगे.” इसी के साथ कहा था कि, ड्राइवरों का दर्द वही समझ सकता है जिन्होंने उनके साथ रोटी साझा की है. ड्राइवरों के ख़िलाफ़ लाए गये ‘काले क़ानून’ के विरोध में हमारी तरह देश-प्रदेश की जनता भी ड्राइवरों के साथ खड़ी है. दंभी भाजपा सरकार को बैक गियर भी डालना होगा और यू-टर्न भी करना होगा.
बता दें कि देश में मोटर व्हीकल एक्ट के अंतर्गत हिट-एंड-रन केस के मामलों के लिए नए कानून का विरोध कर रहे बस और ट्रक ड्राइवर को मंगलवार देर रात तक सरकार ने हड़ताल वापस लेने की अपील की थी. दरअसल केंद्र सरकार और ट्रांसपोर्टरों के बीच सुलह के लिए दिल्ली में बैठक हुई थी, जहां सरकार ने हड़ताल कर रहे ट्रक ड्राइवर्स से काम पर लौटने की अपील की थी और इसके बाद संगठन हड़ताल वापस लेने को सहमत हो गए थे. दरअसल नए कानून के तहत ये कहा गया है कि, अगर एक्सीडेंट करने के बाद मौके से चालक भाग जाता है तो 10 साल की सजा और 7 लाख का जुर्माना चुकाना होगा. इसी के खिलाफ एक जनवरी से चालक हड़ताल पर थे, जिससे आम जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया था. तो वहीं अब इस मुद्दे पर सियासत तेज हो गई है.
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