बच्चों को प्रशिक्षण देते शिक्षक
गाजियाबाद: केंद्र सरकार ने सरकारी स्कूलों को बेहतर बनाने के लिए बड़ा प्लान बनाया था. इसी के तहत देशभर में प्रधानमंत्री स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया’ (पीएम-श्री) योजना की घोषणा की गई थी. ऐसे स्कूल में सारी आधुनिक सुविधाएं होंगी, यह घोषणा की गई थी. यह सभी देश के मॉडल स्कूल बनेंगे. देश में ऐसे कुल 14,597 स्कूल खोले जाने हैं, जिन्हें स्कूलों को आदर्श विद्यालय के रूप में विकसित किया जाना है. प्रधानमंत्री के सपने को साकार करने में गाजियाबाद हिंडन एयरफोर्स का केंद्रीय विद्यालय क्रमांक प्रथम (केवी – वन) स्कूल लगा है.
ऐसे स्कूल स्किल इंडिया, खेलो इंडिया, डिजिटल इंडिया जैसे सपनों को भी साकार करने में लगे हैं. इसी योजना के तहत गाजियाबाद हिंडन एयरफोर्स के केंद्रीय विद्यालय क्रमांक प्रथम (केवी – वन) को भी पी एम श्री स्कूल बनने का गौरव प्राप्त है. इस स्कूल में छात्रों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में निर्धारित कौशल विकास के कार्यक्रम का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रशिक्षण का उद्देश्य युवाओं को प्रशिक्षित करके स्व-रोजगार के लिए तैयार करना है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति में निर्धारित 10 बैगलेस डे के तहत छात्रों को छह घंटे प्रतिदिन यानी 60 घंटे का प्रशिक्षण दिया जाना है.
पीएम श्री केन्द्रीय विद्यालय हिण्डन में इसके तहत योग शिविर लगाया गया है. साथ ही उपयोगी वस्तुओं का निर्माण करना, मिट्टी के बर्तन बनाना, दीया निर्माण करना आदि के साथ आत्म रक्षा हेतु प्रशिक्षण दिया जा रहा है. क्रिकेट खिलाड़ी जो राष्ट्रीय स्तर पर अपना प्रदर्शन करने के लिए तत्पर एवं प्रयासरत हैं, उन्हें भी नियमित प्रशिक्षण दिया जा रहा है. उल्लेखनीय है कि जनपद में पीएम श्री केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक एक वायुसेना स्थल हिण्डन अपनी उत्कृष्टता के लिए जाना जाता है.
पीएम मोदी ने शिक्षक दिवस पर पांच सितंबर को इसकी जानकारी देते हुए कहा था, ‘शिक्षक दिवस पर मैं एक नई पहल की घोषणा कर रहा हूं. प्रधानमंत्री स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया (पीएम-श्री) के तहत देश भर में 14,500 स्कूलों को विकसित और उन्नत किया जाएगा. ये सभी मॉडल स्कूल बनेंगे और इनमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति की हर बात शामिल होगी. ‘ पीएम ने कहा था कि पीएम-श्री स्कूलों में शिक्षा प्रदान करने में एक आधुनिक, परिवर्तन लाने वाला तरीका इस्तेमाल किया जाएगा.
इस योजना पर 27, 360 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. इसमें केंद्र की हिस्सेदारी 18,128 करोड़ रुपये होगी. केंद्र की इस योजना से 18 लाख छात्रों को फायदा होगा. खास बात यह है कि ये सभी स्कूल सरकारी होंगे, जिनका चयन राज्यों के साथ मिलकर किया जाएगा. इस योजना के तहत सरकार प्रत्येक प्रखंड स्तर पर कम-से-कम एक आदर्श विद्यालय विकसित करना चाहती है. इसकी निगरानी के लिये पायलट परियोजना के आधार पर ‘पीएम-श्री’ स्कूलों में विद्या समीक्षा केंद्र की शुरुआत की गई है.
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