Jharkhand News: देश का एक ऐसा राज्य भी है, जहां का मंदिर साल में सिर्फ दो दिन ही खुलता है. इसके लिए कोई मान्यता नहीं है बल्कि मामला कुछ और ही है. ये जिया माता मंदिर के जागृत मंदिर का मामला है जो कि झारखंड में स्थित है जो कि साल में 363 दिन बंद रहता है. इसको लेकर कई सालों से आधिपत्य का विवाद चलता आ रहा है. यह मंदिर झारखंड के देवघर जिले में स्थित है.
यह मंदिर जिला मुख्यालय से लगभग 15 किलोमीटर दूर सारवां प्रखंड के तहत जियाखाड़ा गांव में अजय नदी के किनारे स्थित है. इस मंदिर की लोकप्रियता इतनी अधिक थी कि जब मंदिर खुला था तो साल भर भक्त यहां पर आते रहते थे और बड़ी भीड़ उमड़ती थी. यही वजह रही कि जिया माता मंदिर पर आधिपत्य को लेकर कई सालों पहले गांव के लोगों में विवाद हो गया. पहले तो गांव के ही लोगों ने इस विवाद को सुलझाने की कोशिश की लेकिन मामला थाने पहुंच ही गया. इसके बाद इस मामले में तत्कालीन मंत्रियों और विधायकों को शामिल किया गया लेकिन फिर भी विवाद नहीं निपटा. इसके बाद लोगों ने कोर्ट का रुख किया.
इस पर कोर्ट ने विवाद को लेकर निर्णय नहीं हो जाने तक जिया माता मंदिर में आम श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी और मुख्य द्वार पर ताला लगाने का आदेश दे दिया. तब से यह मंदिर बंद पड़ा है. केवल साल में वार्षिक पूजा के लिए मकर संक्रांति के मौके पर दो दिन के लिए खोला जाता है. इसको लेकर सारवां के बीडीओ रजनीश कुमार कहते हैं कि स्थानीय ग्रामीणों के साथ बैठक कर विधि सम्मत कोई समाधान निकालने की कोशिश की जा रही है. तो दूसरी ओर इस मंदिर को लेकर गांव वालों का कहना है कि अगर जल्द ही विवाद नहीं सुलझा को माता के दर्शन लोगों को सालों तक नहीं हो पाएंगे. एक श्रद्धालु ने कहा कि इस मंदिर की बहुत मान्यता है. यहां जो भी मांगों मां उसे पूरा करती हैं. सालों से लोगों को माता के दर्शन नहीं हो पा रहे हैं. जब मंदिर रोज खुलता था तो बड़ी संख्या में भक्त प्रतिदिन मंदिर पहुंचते थे.
-भारत एक्सप्रेस
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