हजारों करोड़ बकाया होने पर नोएडा अथॉरिटी ने 13 बिल्डरों को नोटिस जारी किया है. बिल्डरों का मामला NCLT में चल रहा. इन 13 रियल स्टेट डेवलपर्स का 8510.69 करोड़ रुपये बकाया है. वहीं नोएडा अथॉरिटी ने इनके सामने शर्त भी रखी है. बिल्डर NCLT और कोर्ट से केस वापस ले तो बकाया री- शेड्यूल होगा. इसके अलावा अमिताभ कांत सिफारिश का लाभ होगा. ऐसे में बायर्स की रजिस्ट्री का रास्ता साफ होगा. जिससे 30 हजार बायर्स को लाभ मिलेगा. मौजूदा वक्त में 17 प्रोजेक्ट NCLT में हैं.
15 दिनों के भीतर प्रस्ताव मांगा
नोएडा प्राधिकरण ने एटीएस, सुपरटेक, लॉजिक्स समेत रियल एस्टेट डेवलपर्स को नोटिस जारी कर सैकड़ों करोड़ रुपये के बकाया के पुनर्निधारण के लिए 15 दिनों के भीतर प्रस्ताव मांगा है. आधिकारिक दस्तावेजों के अनुसार, जिन 13 डेवलपर्स को नोटिस भेजा गया है, उन पर नोएडा प्राधिकरण का 8,510.69 करोड़ रुपये से अधिक ब्याज और जुर्माना बकाया है. बात करें बकाया कि तो इनमें एटीएस, सुपरटेक और लॉजिक्स समूह की कंपनियों पर कुल मिलाकर सबसे अधिक 7,786.06 करोड़ रुपये (या 91.48 प्रतिशत) बकाया है.
कंपनियों पर इतना बकाया
-एटीएस होम्स पर 640.46 करोड़ रुपए बकाया
-एटीएस इंफ्राटेक पर 697.76 करोड़ रुपए बकाया
-एटीएस हाइट्स पर 2,129.88 करोड़ रुपए बकाया
-सुपरटेक रियलटर्स पर 2,245.81 करोड़ रुपए बकाया
-सुपरटेक लिमिटेड पर दो मामलों में 815.73 करोड़ रुपए और 143.18 करोड़ रुपए बकाया
-लॉजिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड पर 446.44 करोड़ रुपए बकाया
-लॉजिक्स सिटी डेवलपर्स पर 666.80 करोड़ रुपए बकाया
-थ्री सी पर 572.51 करोड़ रुपए बकाया
-सेलेरिटी इंफ्रास्ट्रक्चर पर 178.65 करोड़ रुपए बकाया
-एलिसिट रियलटेक पर 73.28 करोड़ रुपए बकाया
-एक्सप्लिसिट एस्टेट पर 51.17 करोड़ रुपए बकाया
-एबेट बिल्डकॉन पर 27.67 करोड़ रुपए बकाया
–भारत एक्सप्रेस
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