Ali Ahmad: मारे गए माफिया अतीक अहमद के बेटे अली से जेल में किसी के भी मिलने पर अब बैन लगा दिया गया है. जानकारी सामने आ रही है कि हाल ही में अली अहमद के नाम से सोशल मीडिया पर एक पर्चा वायरल हुआ था. इसी के बाद नैनी सेंट्रल जेल प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है. जेल प्रशासन ने अली अहमद की गतिविधियों पर भी निगरानी और बढ़ा दी है.
सूत्रों के मुताबिक, हाल ही में नैनी सेंट्रल जेल में बंद अतीक अहमद के बेटे अली अहमद के नाम से एक पर्चा सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. जिसमें किसी दल का इसमें नाम तो नहीं लिखा गया था, लेकिन सपा और भाजपा के विरोध का जिक्र हुआ था. माना जा रहा है कि इस पत्र के जरिए बसपा के समर्थन में लोगों से मतदान करने का आह्वान किया गया था. पत्र में कहा गया था, “पुलिस मेरे भाई, पिता और चाचा को पहले ही मुठभेड़ में मार चुकी है और अब वे मुझे मारने की कोशिश कर रहे हैं. पुलिस एनकाउंटर के लिए मेरी मां शाइस्ता परवीन की तलाश कर रही है. कृपया किसी के बहकावे में न आएं और मैंने जो लिखा है उस पर ध्यान दें. मैं अतीक अहमद का बेटा आपका समर्थन चाहता हूं.”
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गौरतलब है कि बीते वर्ष 5 करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में अली अहमद ने खुद को पुलिस के हवाले किया था. इसी के बाद उसे जेल भेज दिया गया था. तब से वह जेल में ही बंद है, लेकिन 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या होने के बाद अतीक का नाम सामने आने पर जेल में उसकी निगरानी बढ़ा दी गई थी. अब पर्चे वाली बात सामने आने के बाद उसकी सिक्योरिटी और कड़ी कर दी गई है. अली अहमद को हाई सिक्योरिटी सेल में सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रखा गया है.
बता दें कि 24 फरवरी को दिन-दहाड़े उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में अतीक अहमद के साथ ही उसके पूरे परिवार पर मुकदमा दर्ज किया गया था. इस मामले में ही गुड्ड़ू मुस्लिम के साथ ही अतीक की बीवी शाइस्ता, अशरफ की बीवी जैनब और अतीक की बहन आयशा नूरी फरार हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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