Republic Day 2023: 26 जनवरी को भारतीय गणतंत्र का महापर्व पूरे देश में गणतंत्र दिवस के तौर पर मनाया जाता है. इस दिन दिल्ली में परेड और झांकियों का आयोजन किया जाता है. गणतंत्र दिवस भारत में सबसे महत्वपूर्ण राष्ट्रीय त्योहार हैं, जो पूरे जोश और देशभक्ति के साथ मनाया जाता है. आइए जानते हैं गणतंत्र दिवस से जुड़ी कुछ खास बातें
मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में हुई थी पहली परेड
26 नवंबर, 1949 को संविधान सभा द्वारा बनाया गया संविधान 26 जनवरी, 1950 को भारत में लागू हुआ. तभी से देश में संविधान लागू होने के बाद से गणतंत्र दिवस मनाया जाने लगा. वहीं पहली गणतंत्र दिवस परेड 1950 में इरविन एम्फीथिएटर (अब मेजर ध्यानचंद स्टेडियम) में आयोजित की गई थी. तब परेड में भारतीय सेनाओं के 3 हजार सैन्य कर्मियों और 100 से अधिकसैन्य विमानों ने भाग लिया था.
चार सालों तक इन जगहों पर होते रहे परेड
गणतंत्र दिवस के शुरुआती चार वर्षों में परेड इरविन स्टेडियम, रामलीला मैदान और लाल किले के मैदान में होते थे. देश में दिल्ली के राजपथ पर पहली परेड 1955 में आयोजित की गई थी. वहीं विदेशी मेहमान के रूप में इस समारोह में पाकिस्तान के गवर्नर जनरल मलिक गुलाम मुहम्मद मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे. पहली बार किसी पाकिस्तानी गवर्नर जनरल को यह सम्मान दिया गया था.
सैकड़ों साल पुरानी परंपरा है बीटिंग रिट्रीट
हर साल 29 जनवरी को होने वाला बीटिंग रिट्रीट समारोह की उत्पत्ति 1600 के दशक की एक परंपरा से होती है. बताया जाता है कि राजा जेम्स द्वितीय द्वारा सैनिकों की वापसी की घोषणा करने से इस परंपरा की शुरूआत हुई. राजा ने अपने सैनिकों को आदेश दिया कि वे युद्ध के एक दिन की समाप्ति की घोषणा करने के लिए ढोल पीटें, झंडों को नीचे करें और एक परेड का आयोजन करें.
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खास है इस बार का गणतंत्र दिवस
इस बार संयुक्त राज्य अमेरिका, ओमान, अर्जेंटीना, ब्राजील, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, फ्रांस, जापान, संयुक्त अरब अमीरात, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, मॉरीशस, मोजाम्बिक, नाइजीरिया और सेशेल्स सहित 15 देशों से पहली बार युवा प्रतिनिधिमंडलों को आमंत्रित किया गया है.
वहीं बताया जा रहा है कि इस बार 2023 के परेड में यंग एक्सचेंज एंड पार्टिसिपेशन (वाईईपी) कार्यक्रम के अंतर्गत अर्जेंटीना की वायु सेना और सेना का एक युवा प्रतिनिधिमंडल इस गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने जा रहा है.
इस साल पहली बार समारोह के लिए आधिकारिक आमंत्रण ऑनलाइन भेजे जाएंगे. इस वर्ष के गणतंत्र दिवस का एक अन्य आकर्षण सिग्नल कोर के “डेयरडेविल्स” मोटरसाइकिल चालकों का एक समूह है, जो एक महिला अधिकारी शामिल हैं. बताया जा रहा है कि इस साल के परेड की शुरुआत से पहले राष्ट्रपति को दी जाने वाली 21 तोपों की सलामी पहली बार ब्रिटिश तोपों के बजाय भारतीय तोपों से दागी जाएगी.
जहां इस साल पहली बार परेड में बीएसएफ की ऊंट टुकड़ी में महिलाएं शामिल होंगी वहीं पहली बार वायुसेना का स्पेशल फोर्स गरूड़ परेड में शामिल. वहीं इस बार नौसेना के IL-38 के साथ 9 राफेल लड़ाकू प्लेन भी भाग लेंगे, जिसके बारे में कहा जा रहा है कि इन्हें पहली और संभवतः अंतिम बार शामिल किया जाएगा.
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