Bhopal: देश में लाख कोशिशों के बाद भी वाहन दुर्घटना की खबरें आती रहती हैं. अलग-अलग वजहों से होने वाली दुर्घटनाओं के कारण हर साल हजारों लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ती है. इन दुर्घटनाओं के पीछे की एक वजह शराब पीकर गाड़ी चलाना भी है. ऐसे में भोपाल पुलिस ने शराब पीकर वाहन चलाने वालों को परखने के लिए एक नायाब तरीका ढूंढ निकाला है.
भोपाल पुलिस के इस नायाब तरीके के अनुसार वाहन चालक के उपर शराब का कितना नशा है, इसकी जांच करने हेतु नशे में पकड़े गए चालकों के लिए सड़क पर एक सफेद रंग की सीधी रेखा खींची गई है, जोकि दस फीट लंबी है. अगर उसके कदम डिगने लगे या वह थोड़ी दूर भी नहीं चल पाया तो इस बात का अंदाजा लगाया जा सकेगा कि वह किस हद तक नशे की हालत में है. इसके बाद दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी.
शराबी करेंगे कैटवॉक
भोपाल में शराबियों से पुलिस इस 10 फीट लंबी सीधी रेखा पर कैटवॉक करवाएगी. पुलिस अगर किसी शराबी वाहन चालक को पकड़ती है तो उसे इस अनोखी जांच से गुजरना होगा. इस नए नियम को लेकर भोपाल के पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर ने भोपाल शहर के सभी थाना प्रभारियों को इस बात के निर्देश दिए हैं कि वे चेकिंग पाइंट पर शराबियों की शारीरिक जांच करे. इस आदेश को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है.
इसे भी पढ़ें: Holi 2023: गुरुग्राम वाले शुभम ने 14 बार मांगी ‘भांग की गोली’ तो परेशान हो गया Zomato, दिल्ली पुलिस ने भी ले ली फिरकी
कदमों पर रहेगी पुलिस की नजर
अगर सफेद रंग की इस दस फीट लंबी लाइन पर शराब के नशे में वाहन चलाने वाला शख्स जिसे पुलिस ने पकड़ा है बिना कदम बहके चलकर दिखाता है तो उसे क्लीन चिट मिल जाएगी. वहीं अगर उसके कदम लड़खड़ाने लगे तो इसका मतलब माना जाएगा कि उसने शराब पी है. इसके अलावा अगर फिर भी पुलिस को उसके शराब पीने को लेकर शक होगा तो तत्काल मौके पर ही ब्रीथ एनालाइजर से वाहन चालक की जांच की जाएगी.
केंद्र सरकार ने सोमवार को 'नो डिटेंशन पॉलिसी' को खत्म कर दिया है. इस फैसले…
Year Ender 2024: साल 2024 में बॉलीवुड और स्पोर्ट्स जगत से कई रिश्तों के टूटने…
Akhilesh Yadav Statement: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के इटावा में…
राष्ट्रीय राजमार्ग-48 पर एक भीषण सड़क हादसे में एक परिवार के 6 लोगों की जान…
पहली बार महाकुंभ के दौरान संगम की रेती पर लोगों को सूचना के अधिकार (आरटीआई)…
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने जेएनसीएच, न्हावा शेवा के तत्कालीन प्रिवेंटिव अधिकारी और दो निजी…