भारत में उत्तर प्रदेश सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है. ऐसे में आपूर्ति के मामले में भी प्रदेश के सामने कई चुनौतियां हैं. इनमें सबसे ज्यादा चुनौती ऊर्जा क्षेत्र में है. लेकिन, ऊर्जा की बढ़ती मांगों को कैसे पूरा किया जाएगा इसका इंतजाम सूबे के ऊर्जा मंत्री कर चुके हैं. उत्तर प्रदेश के ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री एके शर्मा के पास कई ऐसे इनोवेटिव आइडियाज हैं, जिनसे न सिर्फ यूपी बल्कि देश के दूसरे राज्य भी इस क्षेत्र में आपूर्ति के संकट से निपट सकते हैं. ऊर्जा क्षेत्र में क्या हो रहा है और क्या किया जा रहा है, इस पर एके शर्मा ने उदयपुर में आयोजित एक सम्मलेन में विस्तार से बताया.
राजस्थान के उदयपुर में देश के ऊर्जा मंत्रियों का सम्मेलन 14-15 अक्टूबर को आयोजित हुआ है. इस आयोजन में देश के कई राज्यों के ऊर्जा मंत्री एवं भारत सरकार के ऊर्जा मंत्री, ऊर्जा सचिव एवं राज्यों तथा भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे. उत्तर प्रदेश के ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री श्री एके शर्मा भी हुए सम्मिलित. एके शर्मा ने इस दौरान बिजली के क्षेत्र में व्याप्त चुनौतियों और उसका सामना करने की तरकीबों का जिक्र किया.
ऊर्जा के नए श्रोतों पर यूपी का जोर
श्री ए के शर्मा ने यूपी में बिजली की मांग और आपूर्ति पर कहा कि उत्तर प्रदेश में बिजली की माँग ऐतिहासिक रूप से बढ़ी है. उन्होंने बताया कि किस प्रकार इस गर्मी में बढ़ी हुई माँग को भारत सरकार की सहायता से कोयला ज्यादा खपत करके पूरा किया. उन्होंने ऊर्जा के नए श्रोतों का भी जिक्र करते हुए कहा, “नवीन ऊर्जा के लिए बायो फ्यूल नीति बनाई गयी है. नई सोलर पॉलिसी भी बन रही है. बढ़ती हुई ऊर्जा की माँग को सभी प्रकार के संसाधनों से पूरा करना है.”
एके शर्मा ने बताया कि किस प्रकार लाखों गाँवों-मज़रों और करोड़ों घरों का विद्युतीकरण श्री योगी जी के पाँच साल के कार्यकाल में हुआ.
शहरों में बिजली के तार एंड्रग्राउंड करना जरूरी
शर्मा ने यह भी कहा कि बड़े शहरों और पर्यटन स्थलों पर बिजली के तार और केबल अंडरग्राउंड करना यह समय की माँग है. इस कार्य में भी भारत सरकार मदद करे. इस प्रस्ताव को भी भारत के ऊर्जा मंत्री ने स्वीकार किया.
उन्होंने यूपी में बिजली वसूली की चुनौती को लेकर भी किए जा रहे प्रयासों का जिक्र किया. ऊर्जा मंत्री ने बताया कि बिजली बिल की वसूली के लिए किस प्रकार UP में महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप (SHG) की मदद ली जा रही है। इसे सभी प्रतिभागियों ने सराहा।
AK शर्मा के मुख्य सुझाव
1. थर्मल प्लांट की स्थापना कोयले की खदानों पर की जाए. इससे कोयला ढोकर अन्य राज्यों में भेजने की बजाय बिजली भेजी जा सकती है.
2. शनल ग्रिड बनने के बाद यह अब सम्भव है. इससे क़ीमत भी घटेगी और पर्यावरण का फायदा होगा और रेल की समस्या भी नहीं रहेगी.
3. केंद्रीय संस्थानों के महंगे लोन को बैंक के लोन में अदल-बदल करके ब्याज पर होने वाले खर्च को घटाया जा सकता है. यूपी में इस पर काम किया जा रहा है.
4. यूपी में एक जगह पर उपभोक्ताओं के शिकायतों का निपटारा. शिकायतकर्ता, अधिकारी और स्वयं ऊर्जा मंत्री की मौजूदगी से प्रॉब्लम का तुरंत होता है समाधान.
5. यूपी में 60 टोल फ्री लाइनें थीं. लेकिन, बीते 6 माह में इसे बढ़ाकर 120 किया गया. इससे समस्याओं को बड़े स्तर पर सुलझाया जा रहा है.
6. ‘संभव’ पोर्टल के जरिए शिकायतों का एक जगह निपटारा. गौरतलब है कि इस प्रक्रिया में खुद एके शर्मा महीने में एक बार हिस्सा लेते हैं और सुनवाई करते हैं.
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