बृजेश गुप्ता
UP News: बारिश का मौसम शुरू होते ही जगह-जगह बाढ़ और बांध टूटने की खबरें सामने आने लगी हैं. ताजा खबर उत्तर प्रदेश के महाराजगंज से सामने आ रही है, जहां किसानों पर पहाड़ टूट पड़ा है. यहां महाव नाले का तटबंध अचानक पानी छोड़े जाने के बाद टूट गया है, जिससे किसानों की सैकड़ों एकड़ धान की फसलें जलमग्न हो गई हैं. इस घटना के बाद से किसानों में हाहाकार मचा हुआ है. किसानों ने आरोप लगाया है कि हर साल तटबंध टूटता है और इसी तरह किसानों के अरमान भी टूट कर बिखर जाते हैं. इसका पूरा दोष सिंचाई विभाग का है. भ्रष्ट विभाग कभी भी इसके लिए मजबूती से काम नहीं करता है.
तटबंध टूटने के बाद किसानों ने सिंचाई विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि लाखों रुपये सिचाई विभाग को मरम्मत के नाम पर दिए जाते हैं लेकिन फिर भी तटबंध टूट ही जाता है. किसान बताते हैं कि नेपाल से निकलने वाली नदिया हर साल महारजगंज में तबाही मचाती है. आज नौतनवा तहसील में बहने वाला महाव नाला का तटबन्ध मुजेहना गांव के सामने टूट गया. किसान मोहर्रम मोलवी और दिनेश ने बताया कि तटबंध टूटने की वजह सिचाई विभाग की लापरवाही है.
दिनेश ने बताया कि पुल बनाने के लिए बंधे के रस्ते पर डायवर्जन बनाया गया था. 15 जून तक कार्य कम्प्लीट करने की हिदायत थी, ताकि बरसात से पहले तटबंधों का निर्माण हो जाये. लेकिन अभी एक उस तटबंध को दुरुस्त नहीं किया जा सका है. नतीजतन आज नेपाल से अचानक पानी छोड़ा गया, जिसकी वजह से तटबंध ओवरफ्लो होकर टूट गया और हम सब किसानों की सैकड़ों एकड़ फसलें बह गईं.
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किसानों ने बताया कि तटबंध टूटने से झिंगटी मुजेहना गांव की सिवान में पानी भर गया और करीब सौ एकड़ फसल जलमग्न हो गई है. इन खेतो में अधिकतर धान की रोपाई हुई है. हर वर्ष यह महाव नाला किसानों के अरमान पर पानी फेर देता है. बता दें कि हिमालय पर्वत से बेहद करीब यूपी का यह जनपद महराजगंज पर्वती इलाकों नदियों और वन संपदा से घिरा हुआ है. नारायणी और गंडक नदी इसी जिले को चीरती हुई निकलती हैं. यही वजह है कि यहां अक्सर बाढ़ जैसे हालात हो जाते हैं.
वहीं उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले में राप्ती नदी का भी कहर शुरू हो गया है. दो दिनों से लगातार हो रही बरसात से राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ गया है और खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर ऊपर राप्ती नदी का पानी बह रहा है. नदी के तटवर्ती इलाकों में बाढ़ का संकट मंडराना शुरू हो गया है. इसको लेकर आस-पास रहने वालों के चेहरे पर खौफ साफ दिखाई दे रहा है. मिली जानकारी के मुताबिक 127.70 से 127. 80 पर राप्ती नदी पहुंच गई है. इसको लेकर जिला प्रशासन भी अलर्ट हो गया है.
-भारत एक्सप्रेस
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