UP Politics: भाजपा ने 2024 लोकसभा चुनाव में यूपी की सभी 80 सीटों पर जीत दर्ज करने के लिए पूरी रणनीति बना ली है. भाजपा ने उन 14 सीटों को भी जीतने के लिए पूरे पासे बिछा दिए हैं, जहां पिछले लोकसभा चुनाव में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था. पार्टी सूत्रों से खबर सामने आ रही है कि यूपी की तमाम सीटों पर जीत हासिल करने के लिए खास रणनीति बना रही है. इन सभी सीटों पर लोकसभा प्रभारी और संयोजक भी जल्द ही तय कर दिए जाएंगे. पार्टी सूत्रों की मानें तो संगठन ने लोकसभा प्रभारियों और संयोजकों के नामों पर मंथन कर सूची तैयार कर ली है. जल्द ही इनके नाम घोषित कर दिए जाएंगे. 66 सीटों पर सरकार के सभी मंत्री भी डेरा डालेंगे और उन्हें सभी लोकसभा सीटों पर प्रवास करना होगा. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, वह हाल ही में तय क्लस्टर प्रभारियों के साथ मिलकर काम करेंगे.
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी ने लोकसभा चुनाव तक के लिए 21 क्लस्टर पहले से ही तय कर दिए हैं. सरकार के मंत्री उन सीटों पर इस क्लस्टर की मदद से ही काम करेंगे, जिन पर पार्टी को कम वोट मिले हैं. क्लस्टर में तय पदाधिकारी चुनाव के दिन तक तैनात रहेंगे. इनमें पार्टी पदाधिकारियों के अलावा दूसरे राज्यों के मंत्री, पूर्व सीएम या प्रदेश अध्यक्ष शामिल रहेंगे. इसी के साथ सात केंद्रीय मंत्रियों को भी इसकी जिम्मेदारी दी जाएगी. भाजपा ने उपचुनाव में जीती रामपुर और आजमगढ़ सीट को मिलाकर करीब 25 सीटें ऐसी तय की हैं, जहां जीत का अंतर एक लाख से कम रहा है. इनके अलावा 30 लोकसभा सीटें ऐसी हैं, जहां जीत का अंतर सवा लाख से कम था. उन हिस्सों को भी चिह्नित किया गया है, जहां मतदाताओं में स्थानीय मुद्दों या किसी अन्य कारण को लेकर आक्रोश का डर है. दोनों ही आशंकाओं को संपर्क व संवाद से दूर करने की कोशिश की जाएगी.
भाजपा ने जीती हुई सीटों पर भी पूरी तरह से फोकस रखा है. इसके लिए बूथ अध्यक्ष, बूथ समिति से लेकर जिलाध्यक्ष तक सभी पदाधिकारियों, विधायकों को एक दिन में 40 घरों तक पहुंचने का टारगेट दिया गया है. सभी को सुबह और शाम को 20-20 घरों तक पहुंचने की जिम्मेदारी दी गई है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक जो कार्यकर्ता घरों में जाकर सम्पर्क करेंगे, उनको केंद्र और राज्य सरकार के कामों की एक बुकलेट भी लेकर जाना होगा और उस परिवार के साथ बैठकर चाय पर चर्चा करनी होगी साथ ही भाजपा और उसके कामकाज के बारे में बताना होगा. साथ ही पार्टी को वोट देने के लिए प्रेरित करना होगा.
सूत्रों के मुताबिक हर लोकसभा सीट पर संयोजक मंडल भी तैयार किया जाएगा, जो लोकसभा में रणनीति बनाने से लेकर टिकट तय करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा. इस संयोजक मंडल में लोकसभा के सभी विधायक या हारी हुई विधानसभा में चुनाव लड़ चुके प्रत्याशी, लोकसभा क्षेत्र में आने वाले सभी एमएलसी, लोकसभा संयोजक और लोकसभा प्रभारियों को शामिल किया जाएगा. इस संयोजक मंडल के पास ही लोकसभा में होने वाली जनसभाओं और रैलियों के कार्यक्रम तय करने से लेकर प्रदेश कार्यालय से संवाद करने तक की जिम्मेदारी होगी. लोकसभा चुनाव से जुड़े सभी फैसलों को स्थानीय स्तर पर लेने की जिम्मेदारी भी इसी संयोजक मंडल पर होगी.
-भारत एक्सप्रेस
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