संदेशखाली में शाहजहां शेख की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठने के बाद पुलिस ने पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष डॉ. सुकांत मजूमदार को हिरासत में ले लिया. बता दें कि इससे पहले संदेशखाली में प्रदर्शनकारियों पर पुलिस लाठीचार्ज के दौरान गिरने और बेहोश होने के बाद भाजपा के राज्य प्रमुख को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार 13 फरवरी को संदेशखाली जाना चाहते थे इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोक दिया. भाजपा समर्थकों की पुलिस से झड़प हो गई इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया. इसके बाद से ही राज्य में सियासी माहौल गर्म हो चुका है.
हम आवाज उठाना जारी रखेंगे- सुकांत मजूमदार
संदेशखाली में पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष डॉ. सुकांत मजूमदार ने कहा, ”पुलिस ने हमें जबरदस्ती उठाया. मुझे गिरफ्तार किया गया, फिर जमानत बांड पर हस्ताक्षर कराया गया और बाद में रिहा कर दिया गया. हमें यहां धरने पर बैठने के लिए गिरफ्तार किया गया था. हम आवाज उठाना जारी रखेंगे जब तक हमारे कार्यकर्ताओं को संदेशखाली जाने की अनुमति नहीं दी जाती, तब तक हम आवाज उठाएंगे और विरोध करेंगे.”
भाजपा अध्यक्ष ने कही यह बात
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष कई सुरक्षाकर्मियों के साथ पुलिस की अनुमति के बाद हिंसा प्रभावित संदेशखाली पहुंचे थे और उन्हें वहां संदेशखाली की महिलाओं के साथ बातचीत करते देखा गया था. इससे पहले दिन में, मजूमदार जिले के बशीरहाट इलाके की जेल में गिरफ्तार पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने गए. गिरफ्तार पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने के बारे में मीडिया से बात करते हुए, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, “उन्होंने (जेल प्रशासन) ने अंदर जाने की अनुमति नहीं दी. मैं एक आम परिवार की तरह बाहर से उनसे (पार्टी कार्यकर्ताओं) से मिलूंगा.” बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी कहा, “हमने लिखित में दिया है कि हम विकास सिंह और 11 अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलना चाहते हैं, वे निर्दोष हैं और उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है. उन्होंने (प्रशासन) कहा कि केवल स्थानीय सांसद को मिलने की अनुमति है.”
संदेशखाली से सियासत में उफान
पश्चिम बंगाल में संदेशखाली (Sandeshkhali) मामले को लेकर अफरातफरी मची हुई है. संदेशखाली में महिलाएं टीएमसी नेता शाजहां शेख और उनके सहयोगियों द्वारा उनके खिलाफ किए गए कथित अत्याचारों को लेकर पिछले कुछ दिनों से आंदोलन कर रही हैं. बंगाल की पूरी सियासत अभी संदेशखाली के आसपास घूमती हुई नजर आ रही है. वहां की कुछ महिलाओं का कहना है की हम अपनी मांगों पर अड़े रहेंगे, जबतक हमें न्याय नहीं मिलता. संदेशखाली में तनाव को लेकर हालात गंभीर हैं. पूरा इलाका सुलग रहा है. पीड़ित महिलाएं इंसाफ की गुहार लगा रही हैं और पुलिस ने संदेशखाली में मानों पहरा सा बैठा रहा है, चारो तरफ से पुलिस चाक चौबंद है.
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