सिंह ने कहा कि वह स्थिति का जायजा लेने गए थे, लेकिन महिला और कुछ अन्य लोग गांव में जलभराव से नाराज थे, उन्होंने उन पर हमला कर दिया. “महिला ने कहा कि अगर मैं चाहता तो बांध नहीं टूटता. हालांकि मैंने उसे समझाया कि यह एक प्राकृतिक आपदा है और पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश हुई है.” हालांकि, ईश्वर सिंह ने कहा कि उन्होंने महिला के खिलाफ कोई कार्रवाई करने के लिए नहीं कहा है. उन्होंने कहा, ”मैं नहीं चाहता कि उसने जो किया उसके लिए कोई कार्रवाई की जाए.”
बता दें कि हाल की बारिश के बाद घग्गर नदी में आए उफान से पंजाब और हरियाणा के कई गांव प्रभावित हुए हैं. दोनों राज्यों में राहत उपाय युद्ध स्तर पर चल रहे हैं क्योंकि क्षेत्र में लगातार बारिश के बाद कई हिस्सों में बाढ़ आ गई है.
मायोंग के बारे में कहा जाता है कि यहां के लोग काले जादू में पारंगत…
दिल्ली दंगे के दौरान पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल की हत्या के दो आरोपी…
समाज में उल्लेखनीय योगदान करने वाली 11 विशिष्ट विभूतियों को काशीराज डॉ विभूति नारायण सिंह…
दिल्ली हाईकोर्ट ने विभिन्न कल्याणकारी गतिविधियों के लिए दिल्ली नगर निगम (MCD) के पार्षदों को…
झारखंड के साहिबगंज में 1,250 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य के अवैध पत्थर उत्खनन से…
अमेरिका के राष्ट्रपति को सालाना 400,000 डॉलर का वेतन मिलता है, जो लगभग 3.36 करोड़…