नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने अखनूर (Akhnoor) में भारतीय सेना (Indian Army) के हालिया ऑपरेशन को लेकर कहा कि केंद्रशासित प्रदेश में आतंकियों के साथ मुठभेड़ एक बार-बार होने वाली घटना है.
अब्दुल्ला ने समाचार एजेंसी ANI से कहा, ‘आतंकियों के साथ मुठभेड़ होती रहती हैं. इसमें कुछ भी नया नहीं है. आतंकवादी आते रहेंगे और हम उन्हें मारते रहेंगे.’
इस दौरान फारूक अब्दुल्ला ने दिवाली (Diwali 2024) की शुभकामनाएं देते हुए उम्मीद जताई कि मां लक्ष्मी जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के लोगों पर कृपा बरसाएंगी. अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘मैं कहूंगा सब लोग अच्छे से दिवाली मनाएं. ये बहुत बड़ा त्योहार है. और अल्लाह करे… माता लक्ष्मी यहां के लोगों को लक्ष्मी (धन) भेजें, क्योंकि यहां के लोगों के पास बहुत कम लक्ष्मी (धन) है. आज दुकाने सारी खाली हैं. मैं उम्मीद करूंगा कि भगवान इनको ज्यादा से ज्यादा तरक्की दे. उन्नति आए और हम लोग आगे बढ़ें.’
उनका यह बयान सेना के आतंकवाद विरोधी अभियान (Anti-Terror Operation ) के बाद आया है, जिसमें भारतीय सेना ने 28 अक्टूबर को सेना के काफिले पर हमले के बाद अखनूर में तीन आतंकवादियों को मार गिराया था. यह अभियान ऑपरेशन आसन (Operation Asan) का हिस्सा था, जिसे बट्टल क्षेत्र में आतंकवादी हमले के जवाब में शुरू किया गया था.
सुरक्षा बलों के अनुसार, आतंकवादियों ने सेना की एम्बुलेंस पर गोलीबारी की थी, जिसके बाद तत्काल जवाबी कार्रवाई की गई. इलाके को तुरंत सील कर दिया गया और जम्मू कश्मीर पुलिस और भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा समन्वित तलाशी अभियान शुरू किया गया. इस ऑपरेशन का नेतृत्व भारतीय सेना की White Night Core ने किया, जिसने चौबीसों घंटे निगरानी के बाद आतंकवादियों को मार गिराया.
इससे पहले 20 अक्टूबर को आतंकी हमले में 7 लोगों की मौत की निंदा करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा था, ‘यह एक दर्दनाक घटना है. यहां काम करने और आजीविका कमाने के लिए आने वाले गरीब मजदूरों को इन जानवरों ने शहीद कर दिया. मैं पाकिस्तान के नेतृत्व को बताना चाहता हूं कि अगर वे वास्तव में भारत के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध चाहते हैं, तो उन्हें आतंकवाद को खत्म करना होगा. कश्मीर पाकिस्तान नहीं बनेगा. यह कभी नहीं बनेगा.’
गांदेरबल जिले के श्रीनगर-सोनमर्ग मार्ग पर गगनगीर के पास जेड-मोड़ सुरंग का निर्माण कर रही एक प्रमुख कंपनी पर रविवार (20 अक्टूबर) शाम को हुए पहले आतंकवादी हमले में एक डॉक्टर समेत कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई. हमले में पांच कर्मचारी भी घायल हो गए.
-भारत एक्सप्रेस
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