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‘Pakistan नहीं बनेगा Kashmir’, आतंकी हमले में 7 लोगों की मौत पर जानें Farooq Abdullah ने और क्या कहा…

जम्मू-कश्मीर में गांदेरबल जिले के सोनमर्ग इलाके में बीते 20 अक्टूबर को एक निर्माण स्थल पर आतंकवादियों द्वारा की गई गोलीबारी में एक डॉक्टर और छह प्रवासी श्रमिकों की मौत हो गई थी.

Farooq Abdullah

फारूक अब्दुल्ला.

जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में आतंकवादी हमले (Terrorist Attack) में 7 लोगों की हत्या के एक दिन बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने कहा कि अगर पाकिस्तान (Pakisatan) अगर भारत (India) के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध चाहता है तो उसे आतंकवाद को खत्म करना होगा.

श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर सोनमर्ग स्वास्थ्य रिसॉर्ट के पास आम लोगों की हत्याएं ऐसे समय में हुई हैं, जब हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस ने जम्मू-कश्मीर में नई सरकार बनाई है और पार्टी के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) मुख्यमंत्री (Chief Minister) बने हैं.

फारूक ने क्या कहा

पत्रकारों से बात करते हुए वरिष्ठ नेता फारूक अब्दुल्ला ने हमले की निंदा करते हुए कहा, ‘यह एक दर्दनाक घटना है. यहां काम करने और आजीविका कमाने के लिए आने वाले गरीब मजदूरों को इन जानवरों ने शहीद कर दिया. मैं पाकिस्तान के नेतृत्व को बताना चाहता हूं कि अगर वे वास्तव में भारत के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध चाहते हैं, तो उन्हें आतंकवाद को खत्म करना होगा. कश्मीर पाकिस्तान नहीं बनेगा. यह कभी नहीं बनेगा.’

गांदेरबल जिले के श्रीनगर-सोनमर्ग मार्ग पर गगनगीर के पास जेड-मोड़ सुरंग का निर्माण कर रही एक प्रमुख कंपनी पर रविवार (20 अक्टूबर) शाम को हुए पहले आतंकवादी हमले में एक डॉक्टर समेत कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई. हमले में पांच कर्मचारी भी घायल हो गए.

फारूक ने इस बात पर भी जोर दिया कि जब तक पड़ोसी देश जम्मू-कश्मीर में हत्याएं बंद नहीं करता, तब तक नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच कोई बातचीत नहीं हो सकती. उन्होंने कहा, ‘बातचीत कैसे हो सकती है? आप हमारे निर्दोष लोगों को मारते हैं और फिर बातचीत के लिए कहते हैं. पहले हत्याएं बंद करो.’

इन दरिंदों को क्या हासिल होगा

उन्होंने यह भी कहा कि अगर आतंकवादी सोचते हैं कि वे इस तरह की हरकतों में शामिल होकर यहां पाकिस्तानी हुकूमत कायम कर सकते हैं, तो वे गलत हैं. उन्होंने कहा, ‘ऐसा करके इन दरिंदों को क्या हासिल होगा? क्या उन्हें लगता है कि वे यहां पाकिस्तान कायम कर देंगे? हम कई सालों से देख रहे हैं कि वे (आतंकवादी) वहां से आ रहे हैं. हम इस समस्या को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि हम अपनी मुश्किलों से बाहर निकल सकें. हमें सम्मान के साथ जीने दें और हमें विकास करने दें.’


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पाकिस्तान सफल नहीं हो सकता

उन्होंने कहा, ‘आप (Pakistan) हमें कब तक दुख में रखेंगे? आपने 1947 में कबायली हमलावरों को भेजकर और निर्दोष लोगों को मारकर इसकी शुरुआत की थी. क्या आप यहां पाकिस्तान बनाने में सफल रहे? अगर आप 75 साल में सफल नहीं हुए, तो अब कैसे सफल होंगे?’ उन्होंने कहा, ‘अल्लाह के लिए अपने देश का ख्याल रखें और विकास पर ध्यान दें और हमें अपने भगवान की दया पर छोड़ दें. हम यहां गरीबी और बेरोजगारी को खत्म करना चाहते हैं. आतंकवाद के जरिये इसे हासिल नहीं किया जा सकता.’

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘आतंकवाद को खत्म करने का समय आ गया है, वरना इसके परिणाम बहुत गंभीर होंगे.’ इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और कई अन्य राजनीतिक नेताओं ने भी हमले की निंदा की थी.

-भारत एक्सप्रेस



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