देशभर में मंगलवार को यानि कल पूर्ण चंद्र ग्रहण लगने वाला है. भारत में साल का आखिरी चंद्र ग्रहण पूर्वी भागों में दिखाई देगा. हालांकि, इसकी आंशिक और पूर्ण अवस्था का आरंभ भारत के किसी स्थान में दिखाई नहीं देगा, क्योंकि यह घटना भारत में चंद्रोदय से पहले ही शुरू हो जाएगी. देश के कुछ हिस्सों में आंशिक अवस्था का केवल अंत ही दिखाई दे सकता है.
भारत के साथ चंद्र ग्रहण दक्षिण अमेरिका, उत्तर अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, एशिया, उत्तर अटलांटिक महासागर और प्रशांत महासागर के क्षेत्रों में भी लगने वाला है. ग्रहण भारतीय समय के मुताबिक दोपहर दो बजकर 39 मिनट पर शुरू होने वाला है. और इसकी पूर्ण अवस्था दोपहर तीन बजकर 46 मिनट से शुरू होगी.
पूर्ण चंद्र ग्रहण की अवस्था शाम 5 बजकर 12 मिनट पर और आंशिक अवस्था शाम छह बजकर 19 मिनट पर खत्म होगा. दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और बंगलूरू जैसे शहरों में ग्रहण की पूर्ण अवस्था के बाद चंद्रमा का उदय होगा इसलिए इन शहरों में ग्रहण की पूर्ण अवस्था में दिखाई नहीं देगा.
शास्त्रों के मुताबिक, ग्रहण के दौरान कुछ भी खाने से उसका नकारात्मक असर पड़ता है. ऐसे में इस दौरान पका हुआ खाना नहीं खाना चाहिए.
अगर भोजन पहले से बना रखा है तो उसमें तुलसी का पत्ता डाल दें. दूध और इससे बनी चीजों, पानी में भी तुलसी का पत्ता डाल कर रखें. तुलसी के पत्ते के कारण दूषित वातावरण का प्रभाव खाद्य वस्तुओं पर नहीं पड़ता है.
सूतक लगने के साथ गर्भवती महिलाओं के इस दौरान अपना विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए. सूतक काल से लेकर ग्रहण पूरा होने तक घर से न निकलें और अपने पेट के हिस्से पर गेरू लगाएं सूतक काल से ग्रहण काल समाप्त होने तक गर्भवती स्त्रियां किसी भी प्रकार की नुकीली वस्तुओं का उपयोग ना करें.
सूतक काल में घर के मंदिर में भी पूजा पाठ करने की मनाही होती है. इसके स्थान पर मानसिक जाप करना शुभ और फलदायी माना जाता है.
-भारत एक्सप्रेस
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