Pitra Dosha Signs and Remedies: सनातन धर्म में पितृ दोष को बेहद अशुभ माना गया है. इस दोष से प्रभावित व्यक्ति का जीवन नर्क के समान हो जाता है. कहा जाता है कि जब पितृ देव किन्हीं वजहों के नाराज हो जाते हैं तो घर में कुछ संकेत मिलने शुरू हो जाते हैं. ऐसे में अगर समय रहते पितृ दोष का निवारण कर लिया जाता है तो जीवन सुखमय बना रहता है. जबकि, अगर पितृ दोष का सही प्रकार से निवारण ना किया जाए तो जीवन के तमाम क्षेत्रों में परेशानियां झेलनी पड़ती है. शास्त्रों में कुछ ऐसे संकेतों का जिक्र किया गया है जो पितृ दोष की ओर इशारा करते हैं. आइए जानते हैं कि घर में हो रही कि घटानाओं से पितृ दोष का पता चलता और इसके निवारण के उपाय क्या हैं.
वैसे तो सनातन धर्म में पीपल को पूजनीय मानकर उसकी पूजा की जाती है. लेकिन, अगर पीपल घर में अचानक उगने लगे तो यह पितृ दोष की ओर इशारा करता है. घर में बार-बार पीपल का उगना इस बात का संकेत देता है कि आपके पितर नाराज हैं.
अगर आपके घर में लगा तुलसी का पौधा अचानक सूख जाए तो यह पितृ दोष की ओर इशारा करता है. सनातन धर्म में तुलसी को सुख-समृद्धि का प्रतीक माना गया है. ऐसे में बिना वजह तुलसी का सूखना पितृ दोष का संकेत हो सकता है. इसके अलावा तुलसी का अकारण अचानक सूखना अनहोनी का भी संकेत देता है.
वैसे तो हर इंसान कभी ना कभी बीमार जरूर पड़ता है लेकिन अगर एक-एक करके परिवार के सदस्यों की सेहत बिगड़ने लगे तो समझना चाहिए कि घर में किसी प्रकार का पितृ दोष है. अगर बीमारी, इलाज से भी ठीक नहीं हो रहा है तो यह पितृ दोष का मुख्य वजह हो सकता है.
घर-परिवार के सदस्य अगर बेवजह किसी बात को लेकर चिंता में हैं तो यह इस बात का संकेत देता है कि घर में पितृ दोष है. दिन-प्रतिदिन चिंता का बढ़ना भी पितृ दोष की ओर इशारा करता है.
पितरों की नाराजगी की वजह से पितृ दोष उत्पन्न होता है. ऐसे में इस दोष से छुटकारा पाने के लिए पीपल के वृक्ष में जल देना चाहिए. मान्यता है कि पीपल में पितरों का वास होता है. अमावस्या के दिन पीपल के नीचे सरसों या तिल के तेल का दीया जलाने से पितृ देव प्रसन्न होते हैं जिसके परिणामस्वरूप पितृ दोष से छुटकारा मिलता है.
अमावस्या का दिन पितृ देव को समर्पित माना गया है. ऐसे में पितृ दोष से छुटकारा पाने के लिए इस दिन जल में काले तिल मिलाकर दक्षिण की ओर मुंह करके पितरों के निमित्त अर्घ्य दें. इसके अलावा पितृ पक्ष में पितरों के निमित्त श्राद्ध, पिंडदान करने से पितर प्रसन्न होते हैं.
पितृ दोष से छुटकारा पाने के लिए प्रत्येक दिन शाम के समय शुद्ध होकर घर के छत पर दक्षिण दिशा की ओर मिट्टी का दीया जलाकर रख दें. साथ ही साथ पितरों से कुशलता की कामना करें. इस उपाय से भी पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है जिससे घर-परिवार में खुशहाली का वातावरण बना रहता है.
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