World Rum Day: जुलाई के दूसरे शनिवार को हर साल पूरी दुनिया में विश्व रम दिवस सेलिब्रेट किया जाता है. अधिकांश लोग रम को दवा के रूप में देखते हैं और एक सही मात्रा में इसके इस्तेमाल की बात कहते हैं. जानकारों की मानें तो रम को लेकर अक्सर कहा जाता है कि इसे अगर गर्म पानी के साथ पिया जाए तो यह कई बीमारियों के खिलाफ एक दवा के रूप में काम करती है.
जानकारों का कहना है कि किसी भी शराब के सेवन अगर आप जरूरत से अधिक करते हैं तो यह शरीर के लिए हमेशा नुकसानदायक है और इससे कभी भी शरीर को कोई फायदा नहीं हो सकता है. इसके अलावा अगर रम की बात करते हैं तो इसकी तासीर गर्म होती है और इसमें माइक्रोब्रियल क्वॉलटी भी होती है जो शरीर में मौजूद बीमारी फैलाने वाले बैक्टीरिया को खत्म कर देता है.
बीबीसी पर प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, शराब का नियमित सेवन किसी भी तरह से शरीर के लिए अच्छा नहीं है. रिपोर्ट कहती है कि अगर आप नियमित रूप से लंबे समय से शराब का सेवन करते आ रहे हैं तो इससे कई तरह के कैंसर का खतरा बढ़ सकता है तो वहीं दिल और लीवर से सम्बंधित बीमारी भी आपको घेर लेती है. अगर केवल ब्रिटेन की बात करें तो यहां पर प्रत्येक वर्ष शराब की वजह से होने वाले कैंसर के मामले करीब 13000 सामने आते हैं और इन 13000 मामलों में आधे से अधिक मामलों में पुरुष कैंसर की चपेट में होते हैं तो वहीं करीब 4000 मामले ऐसे आते हैं, जिसमें महिलाएं शराब की वजह से कैंसर की चपेट में होती हैं.
बता दें कि रम को लेकर ये भी दावा किया जाता है कि अगर इसे सीमित मात्रा में लिया जाए तो यह आपके खून को गाढ़ा होने से रोकता है, जिससे दिल के रोगों का खतरा भी कम हो जाता है. इसके अलावा जानकार ये भी कहते हैं कि अगर मांसपेशियों में दर्द है तो रम को कुछ मात्रा में लेने से काफी आराम मिलता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि रम में मौजूद अल्कोहल की मात्रा शरीर में जाते ही नर्वस सिस्टम को धीमा कर देता है और फिर दिमाग तक दर्द वाले संकेत काफी धीरे-धीरे पहुंचते हैं और आदमी को लगता है कि रम पीने से उसका दर्द गायब हो गया.
-भारत एक्सप्रेस
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