विशेष

जिस कंपनी ने कभी भारत को बनाया था गुलाम, आज उसपर राज कर रहा ये भारतीय, बेच रही चाय-कॉफी और चॉकलेट

ईस्ट इंडिया कंपनी का नाम हर कोई जानता होगा. ये वही कंपनी है, जिसने भारत को सैकड़ों सालों तक गुलाम बनाकर रखा था. 1857 तक इसी ईस्ट इंडिया कंपनी का भारत पर राज था, जिसे कंपनी राज की संज्ञा दी गई. व्यापार करने के नाम पर भारत में कदम रखने के बाद इसने बड़ी ही चालाकी से भारत पर राज करना शुरू कर दिया था, लेकिन आपको जानकर खुशी होगी कि सदियों तक हिंदुस्तान को गुलाम बनाकर रखने वाली इस कंपनी पर अब एक भारतीय राज कर रहा है.

भारतीय मसालों की यूरोप में बढ़ी मांग

गौरतलब है कि 17वीं शताब्दी में व्यापार और साम्राज्यवाद के मामले में दुनिया में स्पेन और पुर्तगाल सबसे आगे थे, बाद में धीरे-धीरे ब्रिटेन और फ्रांस की इस फेहरिस्त में एंट्री हो गई. हालांकि देर से उतरने के बाद भी इन देशों ने तेजी के साथ अपना दबदबा बना लिया. पुर्तगाली नाविक वास्को डी गामा जब भारत आया तो यहां से वापस लौटते समय जहाज में भारतीय मसालों को साथ लेकर गया. जिसे यूरोप में बेचकर उसने काफी पैसा कमाया, भारतीय मसालों की महक और स्वाद ने यूरोप के लोगों को दीवाना बना दिया. जिसके बाद इन मसालों की मांग तेजी के साथ बढ़ने लगी. इन मसालों के चर्चे ऐसे बढ़े कि यूरोपीय साम्राज्यवादी देश भी इन्हें लेकर लालायित होने लगे.

व्यापार के लिए हुई थी कंपनी की शुरुआत

ब्रिटेन ने साम्राज्यवाद और औपनिवेशीकरण को बढ़ावा देने के वास्ते ईस्ट इंडिया कंपनी की शुरुआत की थी. ईस्ट इंडिया कंपनी ने ब्रिटेन के साम्राज्यवाद को बढ़ाने में अहम रोल निभाया. ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना भले ही व्यापार के लिए किया गया था, लेकिन इस कंपनी में ब्रिटिश शासन के तमाम अधिकारी भी शामिल थे. इस कंपनी को युद्ध करने के लिए विशेषाधिकार भी दिए गए, जिसके लिए इसने एक ताकतवर सेना भी बनाई थी.

सूरत में स्थापित की पहली फैक्ट्री

कंपनी को भारत में स्थापित करने के लिए सर थॉमस रो ने तत्कालीन मुगल बादशाह से व्यापार का अधिकार प्राप्त किया. जिसके बाद कंपनी ने अपने कारोबार की शुरुआत कोलकाता से की. इसके बाद इसने चेन्नई से लेकर मुंबई तक अपना कारोबार फैला दिया. कंपनी ने अपनी पहली फैक्ट्री 1613 में सूरत में स्थापित की. 1764 में हुए बक्सर के युद्ध ने ईस्ट इंडिया कंपनी के लिए निर्णायक साबित हुआ. कंपनी ने इसके बाद धीरे-धीरे पूरे भारत पर अपना अधिकार जमा लिया और उसके बाद सदियों तक देश को गुलामी की जंजीरों में जकड़ कर रखा. हालांकि 1857 के विद्रोह ने ईस्ट इंडिया कंपनी को हिलाकर कर रख दिया. जिसके बाद ब्रिटिश साम्राज्य ने शासन की बागडोर अपने हाथ में ले ली.

यह भी पढ़ें- ‘60 लाख रुपये चाहिए…एक सीक्रेट मिशन के लिए भेजना है’, पढ़ें कैसे इंदिरा गांधी की आवाज निकालकर SBI से हुई थी ठगी

2010 में संजीव मेहता ने कंपनी खरीदी

ईस्ट इंडिया कंपनी का राज खत्म हो गया, लेकिन ये कंपनी कारोबार में अब भी अपने कदम जमाए हुए है. हालांकि समय का पहिया ऐसा घूमा कि जिस कंपनी ने कभी भारत पर राज किया, अब उसी ईस्ट इंडिया कंपनी पर एक भारतीय राज कर रहा है. साल 2010 में भारतीय मूल के संजीव मेहता ने कंपनी को 15 मिलियन डॉलर में उस समय खरीद लिया था. ये कंपनी अब पूरी तरह से ई-कॉमर्स कंपनी में तब्दील हो चुकी है. जो चाय, कॉफी और चॉकलेट जैसे प्रोडक्ट बेच रही है.

यह भी पढ़ें- जानें किस अपमान का बदला लेने के लिए जमशेदजी टाटा ने बनवाया था ताज होटल?

-भारत एक्सप्रेस

Shailendra Verma

Recent Posts

राजस्थान: अंतिम संस्कार के दौरान जिंदा हो गया मृत घोषित व्यक्ति; 3 डॉक्टर निलंबित

Rajasthan News: राजस्थान के झुंझुनू जिले में एक हैरतअंगेज मामला सामने आया है, जिसमें एक…

23 minutes ago

छत्तीसगढ़ के सुकमा में सुरक्षाबलों की बड़ी कार्रवाई, 10 नक्सली ढेर, हथियारों का जखीरा बरामद

छत्तीसगढ़ के सुकमा और अन्य नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन चलाकर 10 नक्सलियों…

26 minutes ago

सुप्रीम कोर्ट ने सिसोदिया की याचिका पर CBI और ED को जारी किया नोटिस, 2 सप्ताह में मांगा जवाब

सिसोदिया ने अपनी याचिका में सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगाई गई जमानत की शर्तों में ढील…

54 minutes ago

भारत की फटकार के बाद पलटा कनाडा, कहा- पीएम मोदी, एस जयशंकर और NSA के खिलाफ कोई सबूत नहीं

India Canada Relation: कनाडा की सरकार खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड मामले को लेकर…

1 hour ago

‘बहुत खराब’ श्रेणी में दिल्ली की वायु गुणवत्ता, 371 रहा औसत AQI

आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, कई दिनों तक 'गंभीर' और 'गंभीर प्लस' श्रेणी में रहने के…

1 hour ago

BGT Perth Test: भारत की खराब शुरुआत, पहले ही सत्र में गिरे 4 विकेट, लंच तक स्कोर 51-4

Border Gavaskar Trophy: भारत ने इस मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए शुरुआत…

2 hours ago