Israel Hamas War: इजरायल में हमास द्वारा किए गए रॉकेट्स के हमलों के बाद पिछले चार दिनों से इजरायली सेना अपनी क्षति का बदला सूद समेत वसूल रही है. इजरायल को इस मामले में दुनिया के कई अहम देशों का समर्थन भी मिल चुका है. इस बीच कई राष्ट्रों का एक बड़ा ग्रुप इजरायल के विरोध में भी है. हालांकि इस बात का इजरायल पर कोई फर्क नहीं पड़ता है. इजरायल आज की स्थिति में गाजा के कई इलाकों को कब्रगाह तक बता चुका है.
बता दें कि इजरायल में 1,300 से ज्यादा लोग हमास के हमले में मारे गए हैं. बच्चों की निर्मम तरीके से हत्या से लेकर महिलाओं और उनके शवों तक के साथ हुए बलात्कार के मामलों ने इजरायल को हिलाकर रख दिया है. नतीजा ये है कि इजरायल अब फिलिस्तीन के गाजा में हमले के दौरान कोई मर्यादा नहीं बरत रहा है. इजरायली पीएम बेंजमिन नेतन्याहू इसे अंतिम लड़ाई तक बता चुके हैं.
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खास बात यह है कि इस लड़ाई में हमास अकेला नहीं है, बल्कि कई और इस्लामिक देश भी हैं जो कि इसका समर्थन कर रहे हैं. लेबनान के संगठन हिजबुल्लाह द्वारा इजरायल पर जमकर हमले किए जा रहे हैं. लेबनान के सुरक्षा सूत्रों ने भी यह स्वीकारा है कि उनकी तरफ से इजरायल पर दो मिसाइलों के सटीक हमले हुए हैं.
नतीजा ये कि इजरायल की तरफ से लेबनान पर भी जमकर हमला बोला गया है. हमास और हिजबुल्लाह दोनों ने ही मिसाइलें दाग कर यह जाहिर किया है कि एक साथ मिलकर लड़ रहे हैं. इजरायल के डिमाना में उसका परमाणु संयंत्र हैं. ऐसे में अगर वहां हिजबुल्लाह का कब्जा हो जाता है तो इजरायल की मुसीबतें बढ़ सकती हैं, यह न केवल इजरायल बल्कि पूरे विश्व की शांति के लिए खतरा हो सकता है.
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एक तरफ जहां लेबनान हमला कर रहा है तो दूसरी ओर से सीरिया भी इजरायल के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. इजरायली सेना का कहना है कि सीरिया द्वारा उत्तरी इजरायल में मोर्टार दागे गए हैं, साथ ही सीरिया भी खुलकर इजरायल के विरोध में आ गया है. इसको लेकर इजरायल का कहना है कि वे भी अब सीरिया के तोपखानों तहस नहस कर रहे हैं.
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इसके अलावा इजरायल पर जब पहली बार पिछले दिनों हमास ने हमला किय़ा था, तो उसने समुद्र का सहारा लिया था. खबरें हैं कि हमास समुद्री रास्ते से ही हथियार भी मंगाता है. वह इजरायली सेना को चकमा देकर आसानी से गाजा तक हथियार पहुंचाता है. इतना ही नहीं माना जा रहा है कि हमास की मदद में ईरान की अहम भूमिका है और ईरान द्वारा ही हमास को बड़ी आर्थिक मदद भी हासिल हुई है. हालांकि अमेरिका का कहना है कि उसे अभी तक इस बारे में कोई खास जानकारी नहीं है.
-भारत एक्सप्रेस
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