भूटान में संसदीय चुनाव के लिए आज मंगलवार की सुबह मतदान शुरू हो गया है. भूटान के सियासी हालत और आर्थिक स्थिति को देखते हुए लगभग आठ लाख की आबादी वाले देश में लोगों को उम्मीद है कि राजनीतिक नेता अपने वादों को पूरा करेंगे और देश को आर्थिक संकट से बाहर निकालेंगे.
इतने होते हैं भूटान में सांसद
चुनाव में 47 सांसदों का समूह अगली सरकार बनाएगा. नतीजे देर रात तक घोषित होने की संभावना है. साल 2008 में पारंपरिक राजतंत्र से संसदीय सरकार में परिवर्तन के बाद भूटान में यह चौथा राष्ट्रीय चुनाव है. चुनाव में केवल पूर्व प्रधानमंत्री त्शेरिंग टोबगे की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी और पूर्व लोकसेवक पेमा चेवांग की अध्यक्षता वाली भूटान टेंड्रेल पार्टी शामिल हैं. नवंबर में मतदान के प्राथमिक दौर में तीन अन्य दल अंतिम दौर के चुनाव से बाहर हो गए थे.
भूटान के चुनावी मुद्दे
देश में चुनाव प्रचार में आर्थिक संकट मुख्य मुद्दा रहा. विश्व बैंक के अनुसार, भूटान में पिछले पांच वर्षों में वृद्धि दर 1.7 प्रतिशत रही है. बेरोजगारी के चलते विदेशों में उच्च शिक्षा और नौकरियों की तलाश में युवाओं का पलायन देश की आर्थिक क्षमता को कमजोर कर रहा है. आर्थिक चुनौतियों से पार पाने के लिए भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने दिसंबर में गेलेफू में एक मेगासिटी की योजना की घोषणा की थी, जिसमें विदेशी निवेश के साथ कार्बन मुक्त उद्योग होंगे.
इसे भी पढ़ें: Brazil News: ब्राजील में भीषण सड़क हादसा, 25 लोगों की दर्दनाक मौत, आधा दर्जन यात्री गंभीर रूप से घायल
वांगचुक ने कहा था कि शहर का निर्माण भूटानी संस्कृति और परंपरा को ध्यान में रखकर किया जाएगा तथा यह हिमालयी पारिस्थितिकी तंत्र के अनुरूप होगा. उन्होंने शीर्ष भारतीय व्यापारिक नेताओं से मुलाकात की थी, जिनके इस परियोजना में निवेश करने की उम्मीद है.
केंद्रीय मंत्री खट्टर ने भारत के बिजली और आवास क्षेत्रों को मजबूत करने के लिए…
शारदा सिन्हा की गायकी में एक खास बात यह है कि उन्होंने लोक संगीत को…
चुनावी अभियान से वापस लौटे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में…
लोक गायिका शारदा सिन्हा का दिल्ली स्थित एम्स में निधन हो गया. उन्होंने 72 वर्ष…
दिल्ली हाईकोर्ट ने कई चेतावनी के बावजूद सुनवाई में बाधा डालने को लेकर एक वकील…
दिल्ली हाई कोर्ट ने सीबीआई से राजेन्द्र नगर में कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी…