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Mpox बीमारी क्या होती है? WHO ने इसे Global Health Emergency घोषित किया, जानिए फैलने की वजह

Mpox Disease: क्या आपने एमपॉक्स बीमारी के बारे में सुना है? विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे लेकर पिछले दो वर्षों में दूसरी बार ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित की है. हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किये जाने से इस रोग की रोकथाम के लिए रिसर्च, फंडिंग और अंतर्राष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों और सहयोग में तेजी आएगी.

बता दें कि एमपॉक्स बीमारी सबसे पहले 1958 में यूरोप के देश डेनमार्क में रिसर्च के लिए रखे गए बंदरों में पाई गई थी. इंसानों में एमपॉक्स का पहला मामला अफ्रीका महाद्वीप में पाया गया था जो जानवरों से इंसानों में फैला. इस वर्ष अब तक अफ्रीका महाद्वीप पर 17,000 से ज्यादा संदिग्ध एमपॉक्स मामले और 517 मौतें दर्ज की गई हैं, जो पिछले वर्ष की तुलना में 160% अधिक हैं.

एमपॉक्स क्या है?

एमपॉक्स (जिसे पहले मंकीपॉक्स के नाम से जाना जाता था) एक संक्रामक वायरल रोग है जो मनुष्यों और अन्य जानवरों में हो सकता है. इसके लक्षणों में दाने निकलना, फफोले बनना और फिर उन पर पपड़ी जम जाना, बुखार और लिम्फ नोड्स में सूजन होना शामिल है.

मंकीपॉक्स वायरस की खोज डेनमार्क (1958) में रिसर्च के लिए रखे गए बंदरों में हुई थी और इंसानों में एमपॉक्स का पहला मामला कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) में वर्ष 1970 में एक नौ महीने के लड़के में पाया गया था.

2005 से, हर साल कांगो (DRC) में हज़ारों संदिग्ध मामले सामने आते हैं. 2017 में, नाइजीरिया में एमपॉक्स फिर से उभरा और पूरे देश में लोगों और दूसरे देशों में आने-जाने वाले यात्रियों में फैलता रहा. मई 2022 में, एमपॉक्स का प्रकोप अचानक सामने आया और तेजी से यूरोप और अमेरिका के कई देशों में फैल गया, जिसमें 110 देशों में लगभग 87 हजार मामले और 112 मौतें दर्ज की गईं.

एमपॉक्स के सामान्य लक्षण:

एमपॉक्स के कारण होने वाले लक्षण और संकेत आमतौर पर एक सप्ताह के भीतर शुरू हो जाते हैं, लेकिन संपर्क के 1-21 दिन बाद भी शुरू हो सकते हैं. लक्षण आमतौर पर 2-4 सप्ताह तक रहते हैं, लेकिन कमज़ोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्ति में ये लक्षण लंबे समय तक रह सकते हैं.

त्वचा पर दाने दिखना
बुखार
गले में खराश
सिरदर्द
मांसपेशियों में दर्द
पीठ दर्द

थकान
सूजी हुई लिम्फ नोड्स

कैसे फैलता है एमपॉक्स

एमपॉक्स के दो अलग-अलग वायरल क्लैड हैं, I और II, दोनों ही वैरिएंट संक्रमित व्यक्ति के साथ निकट संपर्क या संक्रमित जानवरों या दूषित सामग्रियों के साथ सीधे संपर्क के माध्यम से फैल सकते हैं.

एमपॉक्स वायरस निकट, व्यक्तिगत संपर्क के माध्यम से किसी को भी फैल सकता है, जिसमें शामिल हैं:

  1. एमपॉक्स से पीड़ित व्यक्ति के एमपॉक्स दाने के साथ त्वचा से त्वचा का सीधा संपर्क होने से
  2. एमपॉक्स से पीड़ित व्यक्ति के लार, सांस (जैसे बात करना या साँस लेना) तथा शारीरिक तरल पदार्थ या घावों के संपर्क में आने से.
  3. एमपॉक्स से पीड़ित गर्भवती महिलाएँ गर्भावस्था के दौरान भ्रूण को या जन्म के दौरान और उसके बाद नवजात शिशु को वायरस दे सकती हैं.
  4. सीधा या इंटिमेट संपर्क जिसमें यौन संबंध, आलिंगन, मालिश और चुंबन शामिल हैं, के दौरान भी एमपॉक्स एक व्यक्ति से दुसरे व्यक्ति में फैल सकता है.
  5. एमपॉक्स वायरस किसी भी व्यक्ति में उन वस्तुओं, कपड़ों और सतहों के संपर्क के माध्यम से भी फैल सकता है जिन्हें एमपॉक्स से पीड़ित व्यक्ति द्वारा उपयोग के बाद डिसइन्फेक्ट नहीं किया गया है. इसमें कपड़े, बिस्तर, तौलिए और फेटिश गियर जैसी चीजें शामिल हैं.
  6. एमपॉक्स जानवरों से लोगों में भी फैल सकता है: किसी संक्रमित जानवर, तरल पदार्थ या अपशिष्ट के साथ सीधे निकट संपर्क, या काटने या खरोंच लगने से.

-भारत एक्सप्रेस

Prashant Rai

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