हरियाणा के विधानसाभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए सभी एक्जिट पोलों को गलत साबित किया, और वहां सरकार बनाने जा रही है. तो वहीं अन्य पार्टियां चुनाव में मिली शिकस्त का अवलोकन कर रहीं हैं. इसी बीच इनेलो के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की पार्टी बसपा को भी करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है.
मायावती ने विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के लिए “जाट समुदाय के जातिवादी लोगों” को जिम्मेदार ठहराया है. बसपा सुप्रीमों का दावा है कि जाट समुदाय के लोग उत्तर प्रदेश में बसपा के विधायक बन गए हैं और हरियाणा के लोगों को भी अपनी मानसिकता बदलने की जरूरत है.
गौरतलब हो कि इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के साथ गठबंधन में उतरी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) खाली हाथ रही. इस गठबंधन में बसपा को 37 सीटें मिली थीं. वहीं INLD ने 53 सीटों पर चुनाव लड़ा था. INLD को तो दो सीटों पर जीत मिली, लेकिन बसपा का स्कोर जीरो रहा.
भाजपा ने अपने प्रदर्शन से अपने प्रतिद्वंद्वियों को चौंका दिया और 90 सीटों में से 48 सीटें जीतकर लगातार तीसरी बार राज्य चुनाव जीता, जबकि कांग्रेस 37 सीटें ही जीत सकी. यहां तक कि निर्दलीयों ने भी बसपा-इनेलो गठबंधन से बेहतर प्रदर्शन किया और तीन सीटें जीतीं.
मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि ‘हरियाणा विधानसभा आमचुनाव बीएसपी व इनेलो ने गठबंधन करके लड़ा किन्तु आज आए परिणाम से स्पष्ट है कि जाट समाज के जातिवादी लोगों ने बीएसपी को वोट नहीं दिया जिससे बीएसपी के उम्मीदवार कुछ सीटों पर थोड़े वोटों के अन्तर से हार गए, हालांकि बीएसपी का पूरा वोट ट्रांस्फर हुआ.
-भारत एक्सप्रेस
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