Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान 7 मई को होगा. जिसके लिए सभी पार्टियां धुआंधार प्रचार कर रही हैं. इस बीच उत्तर प्रदेश की चर्चित सीटों में शामिल कैसरगंज लोकसभा सीट को लेकर बीजेपी अभी भी असमंजस में दिखाई दे रही है. अभी तक बीजेपी ने इस सीट पर अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है. कैसरगंज से बीजेपी के बृजभूषण शरण सिंह सांसद हैं. हालांकि इस बार बीजेपी उन्हें उतारने से कतरा रही है.
इन सबके बीच अब चर्चा है कि बीजेपी बृजभूषण शरण सिंह के छोटे बेटे करन भूषण सिंह को कैसरगंज से प्रत्याशी बना सकती है. सूत्रों का कहना है कि बीजेपी आलाकमान की बृजभूषण शरण सिंह से कैसरगंज लोकसभा सीट पर उम्मीदवार को लेकर फोन पर बात हुई है. जिसमें बृजभूषण ने इस बात पर सहमति जता दी है.
बृजभूषण शरण सिंह पिछले कुछ समय से महिला पहलवानों की ओर से लगाए गए कथित यौन उत्पीड़न के मामले का सामना कर रहे हैं. इस मामले में कोर्ट में सुनवाई चल रही है. जिसको लेकर बीजेपी उन्हें इस बार लोकसभा चुनाव में उतारने से पीछे हट रही है.
टिकट को लेकर सांसद बृजभूषण सिंह ने हाल ही में बयान दिया था कि “मेरी ऐसी क्या गलती है कि टिकट काटा जाएगा. पार्टी नेतृत्व को पता है कि इस सीट पर बीजेपी मजबूत स्थिति में है. टिकट के लिए मैं भी एक दावेदार हूं. हालांकि अंतिम फैसला पार्टी हाईकमान को करना है.
बीजेपी यूपी की 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है. जिसमें 5 सीटें एनडीए के सहयोगियों को दी है और 73 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को उतारा है. जिसमें अभी रायबरेली और कैसरगंज सीट पर सस्पेंस बना हुआ है.
बता दें कि बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह दो बार गोंडा से सांसद रह चुके हैं, इसके अलावा एक बार बहराइच और कैसरगंज लोकसभा सीट से 3 बार जीत दर्ज कर चुके हैं. कैसरगंज से पहली बार बृजभूषण शरण सिंह ने समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था. जिसमें उन्हें जीत मिली थी.
-भारत एक्सप्रेस
अदालत ने कहा कि विदेश यात्रा का अधिकार संविधान द्वारा प्रदत्त जीवन और स्वतंत्रता के…
दालत ने साथ ही दक्षिण वन प्रभाग के उप वन संरक्षक को कारण बताओ नोटिस…
अदालत ने कहा कि आवेदक न केवल अपनी-अपनी मंजिलों के मालिक हैं बल्कि उस भूमि…
चीनी विदेश मंत्रालय के अनुसार, दोनों पक्ष सीमा पार आदान-प्रदान और सहयोग को मजबूत करने…
अदालत ने कहा कि मकान मालिक को ही अपनी संपत्ति के उपयोग के बारे में…
SEEPZ-SEZ के अधिकारी रिश्वतखोरी में लिप्त थे. ये अधिकारी जगह आवंटन, आयातित माल के निपटान,…