Pilibhit: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में एक दिन पहले कांवड़ियों और ताजिएदारों के आमने-सामने आने के बाद जो हंगामा-बवाल हुआ था, उसको लेकर इंस्पेक्टर जहानाबाद और शाही चौकी इंचार्ज को निलम्बित कर दिया गया है. इसी के साथ 125 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. इस मामले में सुरक्षा में बरती गई लापरवाही को लेकर ये कार्रवाई की गई है.
बता दें कि एक दिन पहले हुए इस बवाल में जब मामला उच्चाधिाकरियों और शासन तक पहुंचा तो जिले के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई तय मानी जा रही थी और हुआ भी यही. एसपी ने इंस्पेक्टर जहानाबाद प्रवीण कुमार और शाही चौकी इंचार्ज आदित्य सिंह को सुरक्षा में घोर लापरवाही बरतने को लेकर निलंबित कर दिया है. इसी के साथ पूरे मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार यादव को सौंप दी गई है. तो दूसरी ओर निलंबित किए गए चौकी इंचार्ज की तरफ से पहले ही 125 अज्ञात के खिलाफ बलवा समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है. हालांकि पुलिस ने एफआईआर दर्ज करते वक्त ताजिए व कांवड़ यात्रा का कोई उल्लेख नहीं किया है.
तो वहीं एक दिन पूर्व जहानाबाद थाना क्षेत्र में बरेली हाईवे पर खमरिया पुल के पास ताजिएदार और कांवड़िये आमने-सामने आ गए थे और मौके पर विवाद की स्थिति बन गई थी. इसके बाद यहां पर जमकर हंगामा- बवाल हुआ था. पथराव भी हुआ था, जिसमें सीओ सदर प्रतीक दहिया के साथ ही कई अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए थे जबकि कई अधिकारियों की गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गई थीं. कुल मिलाकर बरेली हाईवे पर करीब चार घंटे तक बवाल चला था. बरेली कमिश्नर सौम्या अग्रवाल और आईजी डॉ.राकेश सिंह भी रात में ही मौके पर पहुंच गए थे और पुलिस टीम के साथ संदिग्ध ठिकानों पर दबिश डलवाकर कई अराजक तत्वों को हिरासत में लिया था. इस घटना को लेकर भी मामला शासन स्तर तक पहुंचा था और इसी के बाद पुलिस अधिकारियों के खिलाफ एक्शन लिया गया है.
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बता दें कि बवाल को लेकर शाही चौकी इंचार्ज आदित्य सिंह की ओर से 125 अज्ञात पर धारा 147,148,323,283,336,353,427 के साथ ही आपराधिक काननू संशोधन अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. चौकी इंचार्ज ने रिपोर्ट में लिखा है कि, करीब सवा सात बजे वह गश्त पर थे और इसी दौरान वह गश्त करते हुए एक मिठाई की दुकान के पास से निकले तो दुकान के सामने ही कुछ व्यक्ति आपस में किसी बात को लेकर आपस में विवाद कर रहे थे. इसको लेकर उनसे जब इसका कारण पूछा तो वह कुछ भी बताने के बजाए सड़क पर इधर-उधर से करीब 100-125 लोगों को बुला लाए और फिर बवाल करने लगे. इसकी सूचना अधिकारियों को दी गई तो मौके पर कई पुलिस अधिकारी पहुंच गए और मामले को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन वो लोग शांत होने के बजाय पथराव करने लगे, जिसमें कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए. इसी के साथ रिपोर्ट में सिपाही अमित, गौतम को भी चोटें आने की बात कही गई है. इसी के साथ हाईवे पर जाम लगने से अन्य़ लोगों को बाधा पहुंचने का भी जिक्र किया गया है.
-भारत एक्सप्रेस
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