सुभाष सिंह
Ayodhya: रामजन्मभूमि पर रामलला जब अपने भव्य मंदिर में पधारने ही वाले हैं तो उनके पुजारियों और कर्मचारियों के साथ सेवादारों के भी अच्छे दिन आ गए हैं. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इनको बड़ा तोहफा देते हुए इनके पारिश्रमिक वेतन को लगभग दोगुना कर दिया है.
अयोध्याविवाद के दौरान विवादित स्थल पर किसी भी कार्य को करने के लिए सुप्रीम कोर्ट से परमिशन लेनी पड़ती थी. रामलला के अस्थाई मंदिर में भोग, पूजा पाठ के साथ स्ट्रक्चर में किसी भी तरह के बदलाव के लिए अनुमति जरूरी थी. तत्कालीन फैजाबाद अब अयोध्या मंडल के मंडलायुक्त को सुप्रीम कोर्ट की तरफ से विवादित और अधिगृहित परिसर का रिसीवर बना दिया गया था. प्रशासन की तरफ से एक मजिस्ट्रेट नियुक्त था जो मंदिर के चढ़ावे पर नजर रखता था और उसे काउंटिंग कराकर बैंक में जमा करा देता था. मंदिर के पुजारियों और कर्मचारियों की वेतन भी प्रशासन द्वारा तय किए गए थे और इसमें भी किसी भी प्रकार के बदलाव के लिए सुप्रीम कोर्ट की अनुमति जरूरी थी.
हालांकि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जब श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन हुआ तो सारी व्यवस्थाएं राम मंदिर ट्रस्ट के पास आ गई. मंदिर निर्माण के साथ उसी से जुड़ी हर व्यवस्था और चढ़ावे के साथ खर्च का हिसाब-किताब भी ट्रस्ट रखने लगा है. इसीलिए राम मंदिर ट्रस्ट रामलला के पुजारियों और कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है.
आचार्य सत्येंद्र दास मुख्य पुजारी का पहले 15520 वेतन था जो कि अब 25000 हो गया है. सहायक पुजारी जितने भी हैं उनका पहले वेतन 8940 था जो कि अब 20000 कर दिया गया है. कोठारी ,भंडारी की देखरेख करने वाले कर्मचारियों का वेतन पहले 8000 था कि जो कि अब 15000 हो गया है. कई अन्य लोगों का वेतन भी बढ़ाया गया है. यानी जिनका वेतन 8870 था, अब बढ़ाकर 15000 रुपए कर दिया गया है. इस तरह से कुल 85020 के स्थान पर अब 165,000 वेतन पर खर्च होगा. वहीं रामलला की पूजा के लिए पान सप्लाई करने वाले को 1000 के स्थान पर अब मिलेंगे 2100 रुपए मिलेंगे. बता दें कि मंदिर में दो माली कार्यरत हैं. प्रत्येक को 1100 मिलते थे जो कि अब 2100 रुपए दिए जाएंगे.
श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने बताया कि श्रीराम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से जो भी पुजारी और कर्मचारियों का पारिश्रमिक रूप से वेतन है, उसकी बढ़ोतरी कर दी गई है. इसी प्रकार से मुख्य पुजारी का 25000 और सहायक पुजारियों का 20 हजार, कर्मचारियों का 15000 कर दिया गया है. यह बहुत अच्छी बात है और प्रशंसा करने योग्य है, क्योंकि अभी तक जो मिलता था बहुत कम मिलता था अब इतना बढ़ जाने से तक को संतुष्टि है.
-भारत एक्सप्रेस
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