UP Politics: लोकसभा चुनाव-2024 में अपना दमखम दिखाने के लिए कांग्रेस मास्टर प्लान तैयार करने में जुटी है. इसके लिए राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा-2 का सहारा लेने का प्लान बनाया जा रहा है. कांग्रेस ने कर्नाटक नें भारत जोड़ो यात्रा को मिली भारी सफलता के बाद अब इसे पूरे यूपी में आजमाने को लेकर प्लान कर रही है. हालांकि इसको लेकर कांग्रेस की ओर से कोई आधिकारिक बयान देने को तैयार नहीं है, लेकिन ये जरूर कहा जा रहा है कि सितम्बर माह के बाद से यूपी में भारत जोड़ो यात्रा-2 का आगाज हो सकता है.
इस सम्बंध में कांग्रेस प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने भारत एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा कि, भारत जोड़ो यात्रा के पहले चरण में पूरे यूपी को कवर करना सम्भव नहीं था. इसलिए अब भारत जोड़ो यात्रा-2 का प्लान बनाया जा रहा है, जो कि सितम्बर के बाद से इसे शुरू करने की योजना है. अंशू कहते हैं कि हालांकि इस सम्बंध में अभी कोई आधिकारिक बयान वह नहीं दे सकते, क्योंकि 2- सितम्बर के बाद ही इस कार्यक्रम को लेकर कोई रूपरेखा बनेगी और इस सम्बंध में अभी कोई खास जानकारी नहीं है. कांग्रेस पश्चिमी यूपी पर इस बार अधिक फोकस रखे है, इसलिए इस दूसरे चरण की यात्रा का प्लान दिग्विजय सिंह की तरफ से बनाया गया है.
बता दें कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और विपक्षी मोर्चा इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) का प्रमुख चेहरा होने के नाते राहुल गांधी पर बड़ी जिम्मेदारी है. मीडिया सूत्रों की मानें तो वह भारत जोड़ों यात्रा-2 जल्द शुरू कर सकते हैं. इसके लिए तीन तारीख में से एक पर फाइनल मोहर लगने की बात सामने आ रही है. गौरतलब है कि भारत जोड़ो यात्रा के पहले चरण में यूपी के सभी जिलों में यात्रा नहीं पहुंच सकी थी और जनता भी यात्रा से नहीं जुड़ सकी थी. वहीं सभी दलों की तरह कांग्रेस भी वेस्ट यूपी पर ज्यादा फोकस रख रही है. ताकि बेल्ट में यूपी की 24 से ज्यादा लोकसभा सीटों को साधा जा सके. इस सम्बंध में अगर कांग्रेस के प्रदेश महासचिव बदरुद्दीन कुरैशी की मानें तो उनका कहना है कि, यात्रा का रूट और तारीख जल्द फाइनल हो जाएगी.
सूत्रों के मुताबिक, यूपी को साधने के लिए स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त), 12 सितंबर और गांधी जयंती (2 अक्टूबर) से राहुल गांधी यात्रा का दूसरा चरण शुरू कर सकते हैं. हालांकि खबर ये भी सामने आ रही है कि, चुनाव में कम वक्त होने के कारण राहुल गांधी 15 अगस्त से ही यात्रा निकालने पर विचार कर रहे हैं. खबर ये भी है कि यात्रा वैसे तो गुजरात के पोरबंदर (महात्मा गांधी के जन्मस्थल) से शुरू होगी, जिसका समापन त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में होना प्रस्तावित है.
सूत्रों का ये भी कहना है कि लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा बनाम विपक्ष की लड़ाई को देखते हुए जो राजनीतिक समीकरण बदले हैं और जो एकता की बात विपक्षी दल कर रहे हैं, उसके लिए राहुल गांधी अपनी इस यात्रा से एकजुटता का संदेश देने के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव, राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी और आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद को भी अपना साथी बना सकते हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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