Srinagar: देश भर में किसानों की खुशहाली के लिए सरकार द्वारा तमाम योजनाएं चलाई जा रही हैं. जम्मू और कश्मीर में भी किसानों की बेहतरी के लिए सरकार प्रयासरत है. बीते दिनों राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस), कृषि उत्पादन विभाग, अटल डुल्लू ने ऐसी ही एक पहल के तहत लाल चौक क्षेत्र से ‘आलाव’ जागरूकता वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि यह पहल किसानों की प्रगति और समृद्धि सुनिश्चित करेगी.
एचएडीपी को लेकर जागरूकता
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार एक बयान में कहा गया है कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य क्षेत्र में समग्र कृषि विकास योजना (एचएडीपी) के बारे में जागरूकता बढ़ाना है. बयान में कहा गया है कि अटल डुल्लू, जो किसानों के विकास के लिए जम्मू-कश्मीर सलाहकार बोर्ड के उपाध्यक्ष के रूप में भी काम करते हैं, ने जागरूकता वाहन को हरी झंडी दिखाकर महत्वाकांक्षी ‘आलाव’ कार्यक्रम की शुरुआत की.
किसानों में दिखा उत्साह
फ्लैग-ऑफ समारोह के दौरान कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के विभागों के प्रमुखों के साथ-साथ बोर्ड के सदस्य उपस्थित थे. इस कार्यक्रम में घाटी के प्रगतिशील किसानों ने भी भाग लिया. इस दौरान किसानों में भारी उत्साह देखने को मिला. आधिकारिक प्रेस नोट में कहा गया है कि डुल्लू ने अपने संबोधन में ‘आर्थिक विकास, सामाजिक समावेश और पर्यावरण संरक्षण’ सहित एचएडीपी के तीन आवश्यक आयामों पर जोर दिया. उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि क्षेत्र में किसानों की प्रगति और समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए ‘आलाव’ कार्यक्रम इन आयामों को प्राथमिकता देगा.
अटल डुल्लू ने कहा कि आलाव कार्यक्रम क्षेत्र में कृषि के समग्र विकास, टिकाऊ प्रथाओं को बढ़ावा देने और किसानों को उनके प्रयासों में फलने-फूलने के लिए आवश्यक ज्ञान और संसाधनों के साथ सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने कहा कि यह किसानों के कल्याण और प्रगति के प्रति सरकार के समर्पण का प्रमाण है, क्योंकि वे कृषि क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. बता दें कि आलाव कार्यक्रम, एचएडीपी का एक प्रमुख घटक है, जिसका उद्देश्य किसानों के लिए एक व्यापक समर्थन प्रणाली तैयार करना है.
29 परियोजनाओं पर ध्यान
आलाव कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह के बाद अधिकारियों के लिए यूटी स्तर के प्रशिक्षण और उन्मुखीकरण कार्यक्रम का सफल समापन हुआ, जिसमें एचएडीपी के तहत 29 परियोजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित किया गया.
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम ने अधिकारियों को एचएडीपी के तहत किसानों का समर्थन करने और नीतियों और योजनाओं के लाभों को अधिकतम करने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल से लैस किया, बयान में सूचित किया गया.
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इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित करने के लिए सभी जिलों में 400 व्यक्तियों को प्रशिक्षित किया गया है. ये प्रशिक्षित व्यक्ति विभिन्न योजनाओं को लागू करने और उपलब्ध संसाधनों तक पहुंचने में किसानों को मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करते हुए सरकार और कृषक समुदाय के बीच एक सेतु का काम करेंगे. इसके अतिरिक्त, एचएडीपी के तहत योजनाओं के बारे में किसानों को शिक्षित करने के लिए कई भाषाओं में 45 शैक्षिक वीडियो विकसित किए गए हैं और पंचायतों में दिखाए जा रहे हैं.
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