हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार कंगना रनौत ने शनिवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के पिता मोतीलाल नेहरू अपने समय के ‘‘अंबानी’’ थे, लेकिन कोई नहीं जानता था कि उनके पास संपत्ति कहां से आई थी.
रनौत की इन टिप्पणियों के बाद कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग (ईसी) के समक्ष शिकायत दर्ज की. शिकायत में आरोप लगाया गया कि उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ ‘‘आपत्तिजनक और अपमानजनक’’ टिप्पणियों का इस्तेमाल किया है और ‘‘स्वतंत्रता सेनानी मोतीलाल नेहरू की तुलना देश के शीर्ष उद्योगपतियों में से एक से करने की कोशिश की है.’’
कंगना रनौत ने हिमाचल प्रदेश के सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के पिता मोतीलाल नेहरू अपने समय के अंबानी थे लेकिन कोई नहीं जानता कि उनकी धन-संपत्ति कहां से आई. वह अंग्रेजों के करीबी थे और उनके पास धन कहां से आया यह आज भी एक रहस्य है.’’
अभिनेत्री रनौत ने यह भी कहा कि ‘‘कोई नहीं जानता कि जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री कैसे बने क्योंकि मतदान (पूर्व उप प्रधानमंत्री) सरदार वल्लभभाई पटेल के पक्ष में हुआ था. तब से, वंशवादी शासन के इस दीमक ने देश को खोखला कर दिया है.’’ उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और विक्रमादित्य सिंह के स्पष्ट संदर्भ में कहा, ‘‘एक तरफ हमारे पास ‘तपस्वियों की सरकार’ (भाजपा सरकार) है और दूसरी तरफ हमारे पास ‘भोगियों की सरकार’ (कांग्रेस) है.’’
विक्रमादित्य सिंह हिमाचल प्रदेश में लोक निर्माण मंत्री हैं और रामपुर के पूर्व शाही परिवार के वंशज हैं. पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह एवं कांग्रेस की हिमाचल प्रदेश इकाई की प्रमुख प्रतिभा सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह को कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में रनौत के खिलाफ चुनाव मैदान में खड़ा किया है.
कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग को दी गई अपनी शिकायत में कहा है, ‘‘कंगना रनौत ने मंडी के सरकाघाट में एक सभा में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ आपत्तिजनक और अपमानजनक टिप्पणी की और स्वतंत्रता सेनानियों की व्यापारियों से तुलना करके सारी हदें पार कर दीं.’’
इसमें कहा गया, ‘‘उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी मोतीलाल नेहरू की तुलना देश के शीर्ष व्यवसायियों में से एक से करने की कोशिश की है.’’ कांग्रेस ने अपनी शिकायत में कहा कि रनौत ने संजय गांधी पर ‘‘भारत में पुरुषों की जबरन नसबंदी करने में शामिल होने’’ का आरोप लगाया है.
निर्वाचन आयोग को शिकायत हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के कानूनी विभाग के राज्य संयोजक धनंजय शर्मा और धीरज ठाकुर द्वारा दी गई है. पार्टी ने कहा कि ये आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है और उन लोगों पर निजी हमला है जो अब जीवित नहीं हैं. शिकायत में कहा गया है कि उन्होंने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के खिलाफ भी अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया और यहां तक कि कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह को एक ‘‘कार्टून’’ भी कहा. शिकायत में रनौत को आगे किसी भी चुनाव प्रचार में भाग लेने से रोकने की मांग की.
इससे पहले भी रनौत ने सुंदरनगर विधानसभा क्षेत्र में एक सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस को ‘‘अंग्रेजों द्वारा छोड़ी गई ऐसी बीमारी’’ करार दिया था जो देश को ‘दीमक’ की तरह खा रही है.उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को ‘‘तानाशाह’’ करार दिया था.
-भारत एक्सप्रेस
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