Lucknow News. यूपी की राजधानी लखनऊ के बादशाह नगर मेट्रो स्टेशन के पास स्थित तीन मंजिला एसएस कॉम्पलेक्स के बेसमेंट में मंगलवार देर शाम धमाका होने के बाद अफरा-तफरी मच गई. आग का गोला बने केमिकल ड्रम एक के बाद एक फटने से पूरा इलाका दहल गया. धमाकों से घबराए लोगों में से कइयों ने छत से छलांग लगा दी. इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि हादसा ई-रिक्शा बैटरी चार्ज करने के दौरान हुआ.
बता दें कि बादशाह नगर मेट्रो स्टेशन के पास तीन मंजिला एसएस कॉम्पलेक्स के बेसमेंट में दिल्ली के राहुल सिंह की स्मार्ट बैटरी के नाम से दुकान है. मंगलवार देर शाम बैटरी की दुकान में आग लग गई. देखते-देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया. कांप्लेक्स से सटे आरएस फिलिंग स्टेशन (पेट्रोल पंप) के कर्मियों ने सुरक्षा के मद्देनजर आनन-फानन में सप्लाई बंद कर दी. ताबड़ तोड़ बैटरी और केमिकल के ड्रम फटने से धमाके होने लगे. पूरा इलाका सहम गया. ग्राउंड फ्लोर में बैंक कर्मी और तीसरे तल पर संचालित ओलंपिया जिम में महिला और पुरुष समेत करीब 20 लोग फंस गए.
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घटना के बाद जिम में धुआं भरने पर वहां कसरत कर रहे महिला-पुरुष और कोच समेत करीब 18-20 लोग फंस गए. उनको जब कुछ नहीं सूझा तो आनन फानन में छत पर भागे. इस बीच बैटरी और केमकिल के ड्रम फटने से ताबड़ तोड़ धमाके ने पूरा इलाका दहला दिया. इमारत में लगे शीशे फटने लगने. छत पर फंसे लोग चीख-पुकार करने लगे. इस बीच इंदिरानगर फायर स्टेशन से एफएसओ राजेश कुमार सिंह, गोमतीनगर फायर स्टेशन से एफएसओ शिवदरस प्रसाद टीम के साथ पहुंचे. आनन-फानन में सभी को पेट्रोल पंप की छत से नीचे उतारा. पेट्रोल पंप की छत से कांप्लेक्स के तीसरे तल पर सीढ़ी लगाई गई. सीढ़ी से एक-एक कर सभी को ढाढस बंधाते हुए नीचे उतारा गया. हादसे में चोटिल हुए लोगों को अस्पताल भेजा गया. वहीं, दो टीमें फायर-फाइटिंग में लगीं रहीं. करीब घंटे भर की मशक्कत के बाद दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया.
अग्निकांड की सूचना पर जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार भी पहुंचे. उन्होंने एसीएमओ डा. एपी सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व हिमांशु कुमार गुप्ता, एसडीएम सदर नवीन चंद्र के साथ मौके का निरीक्षण किया. जिलाधिकारी ने कहा कि कांप्लेक्स में ई-रिक्शा की बैटरी चार्ज की जा रही थी. इसी दौरान ये बड़ा हादसा हुआ. हादसे में कंपनी के मैनेजर अश्वनी की मृत्यु हो गई.
आग लगने पर सबसे पहले पड़ोस स्थित इंडियन आयल के मैनेजर राजू तिवारी और कर्मियों ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, संचालक कमलेश के कहने पर सबसे पहले फ्यूल की सप्लाई और मशीने बंद कर दी. कर्मी पंप पर लगे पांच से छह फायर एस्टिंगुशर लेकर बैटरी की दुकान पहुंचे. उसकी मदद से आग पर काबू पाने का प्रयास किया. वहीं लोगों को निकालने में मदद भी की. स्थानीय लोगों ने बताया कि इमारत में फंसे लोगों को निकालने के लिए तत्काल पंप कर्मियों ने अपने आफिस के जीने का दरवाजा खोल दिया था.
पूजा और श्रेया ने बताया कि आग लगी तो धुआं ऊपर आने लगा. पहले तो कुछ समझ नहीं आया, लेकिन एकाएक केमिकल मिक्स्ड धुआं आया तो सांस लेने में दिक्कत होने लगी. दम घुटने लगा. गले में चुभन शुरू हो गई. वे लोग किसी तरह भागकर ऊपर छत पर पहुंचे लेकिन ऊपर तक धुआं था. वहीं ताबड़तोड़ धमाकों ने लोगों को भयभीत कर दिया था.
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