Assembly Elections 2023: आने वाले दिनों में राजस्थान और मध्य प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनावों को लेकर योगी के मंत्रियों को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. एक तरफ जहां खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चुनाव प्रचार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है तो वहीं उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक को भी इसके के लिए भेजा गया है. चुनावी प्रबंधन देखने के लिए योगी सरकार के मंत्री और भाजपा के दिग्गज नेताओं को कार्य सौंपा गया है.
मध्य प्रदेश में भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा में सीएम योगी के साथ उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व बृजेश पाठक भी शामिल होंगे. चुनाव प्रबंधन की कमान सहकारिता मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जेपीएस राठौर के हाथ में सौंपी गई है. जीपीएस राठौर को भोपाल संभाग के 25 विधानसभा क्षेत्र का प्रभारी भी बनाकर बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. वहीं पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेई को एमपी में 10 विधानसभा और तीन लोकसभा क्षेत्र का प्रभारी बनाकर महत्वपूर्ण कार्य सौंपा गया है.
जहां एक ओर राजस्थान का प्रभारी राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह को बनाया गया है तो वहीं प्रदेश महामंत्री गोविंद शुक्ला को जयपुर में प्रदेश मुख्यालय पर चुनावी व्यवस्थाओं की अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है. पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह को अजमेर संभाग के अजमेर, भीलवाड़ा, टोंक और नागौर के 29 विधानसभा क्षेत्र का प्रभारी बनाकर बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. इसी के साथ दूसरे चरण के लिए यूपी के 66 विधायकों को राजस्थान के विधानसभा क्षेत्र में भेजा गया है. तो दूसरी ओर पहले चरण में जिन विधायकों को भेजा गया था, वो लौट आए हैं.
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उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक को भोपाल नगर व ग्रामीण क्षेत्र में चुनाव प्रबंधन की कमान मिली है. वहीं पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिनेश शर्मा को हरदा जिले के विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी गतिविधियों की देख-रेख की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है. बता दें कि महिला और बाल कल्याण मंत्री बेबी रानी मौर्य को ग्वालियर देहात क्षेत्र की अहम जिम्मेदारी दी गई है.
इसी के साथ संवाद प्रभारी के रूप में उत्तर प्रदेश के पूर्व परिवहन मंत्री और एमएलसी अशोक कटारिया को जिम्मेदारी सौंपी गई है. कटारिया को लोकसभा चुनाव के लिए राजस्थान, गुजरात, दादर और नागर हवेली और दमन दीव के लिए संवाद प्रभारी की अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है. लोकसभा चुनाव के दौरान दोनों राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अशोक कटारिया चुनाव प्रबंधन, चुनाव प्रचार, केंद्रीय नेताओं की रैलियों सहित अन्य चुनावी गतिविधियों के लिए केंद्र व राज्य संगठन के बीच संवाद सेतु का काम करेंगे. दूसरी ओर दिल्ली बीजेपी के नेता राजीव बब्बर को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में संवाद केंद्र प्रभारी बनाकर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है.
जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को सतना की कमान सौंपी गई है. वहीं व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल को दमोह, श्रम और सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर को शिवनी, आयुष राज्य मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु को दतिया,परिवहन राज्य मंत्री दयाशंकर सिंह को बालाघाट और उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह को रायसेन जिले की अहम जिम्मेदारी दी गई है.
-भारत एक्सप्रेस
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