नई दिल्ली: देश-विदेश में प्रतिष्ठित इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर (IICC) के चुनाव में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (MRM) भी दांव आजमाएगी. लोदी रोड स्थित इस सेंटर के लिए प्रत्येक पांच वर्ष में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के साथ ही 11 सदस्यों का चुनाव होता है. इस बार इसका चुनाव 11 अगस्त को है. पिछले चार चुनाव से अध्यक्ष पद उद्योगपति सिराजुद्दीन कुरैशी जीत रहे थे. इस बार इसके पद के लिए एमआरएम के राष्ट्रीय संयोजक माजिद अहमद तालिकोटी ने दावेदारी ठोकी है. मूलरूप से कनार्टक के रहने वाले माजिद अहमद तालिकोटी का कैंसर सर्जन के रूप में बड़ा नाम हैं.
माना जा रहा है कि इस चुनाव में माजिद अहमद का सामना कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद से हो सकता है, जो इसके पहले वर्ष 2014 में भी अध्यक्ष पद का चुनाव लड़े थे. इसी तरह वर्ष 2019 के चुनाव में केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने चुनाव लड़ा था, लेकिन दोनों को सिराजुद्दीन कुरैशी से हार का सामना करना पड़ा था. इस बार उम्र अधिक होने की वजह से कुरैशी अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. वह, तालिकोटी के पैनल में ही बोर्ड आफ ट्रस्टी के सदस्य पद के लिए चुनावी मैदान में उतरेंगे. वैसे, अभी तक विपक्षी पैनल की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन डॉ. माजिद अहमद तालिकोटी की दावेदारी के साथ ही आईआईसीसी का यह चुनाव भाजपा-संघ बनाम कांग्रेस पार्टी का होना संभव हो रहा है. क्योंकि, एमआरएम को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के करीबी माना जाता है.
इस चुनाव में करीब दो हजार मतदाता भाग लेंगे, जिसमें, पूर्व केंद्रीय मंत्री मोहसिना किदवई व डॉ. कर्ण सिंह, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला व गुलाम नबी आजाद, सांसद तारिक अनवर, स्तंभकार शाहिदी सिद्दकी समेत देश-विदेश के नेता, नौकरशाह, बुद्धिजीवी व उद्योगपति इसके सदस्य हैं. कई अनिवासी भारतीय भी इसके सदस्य हैं. इंडिया इस्लामिक कल्चर सेंटर के एसोसिएशन का गठन पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पहल पर वर्ष 1981 में हुई थी. हमदर्द के संस्थापक हकीम अब्दुल हमीद इसके पहले अध्यक्ष थे. वर्ष 2006 में इस सेंटर का उद्घाटन कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने किया था.
एमआरएम के एक वरिष्ठ पदाधिकारी के अनुसार, संगठन की तरफ से तालिकोटी का नाम आगे किया गया, जिसके पैनल में विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोग शामिल हैं. उनमें से एक पूर्व अध्यक्ष सिराजुद्दीन कुरैशी भी हैं, जो इस बार बोर्ड आफ ट्रस्टी के रूप में चुनाव लड़ेंगे. संघ के करीबी होने के सवाल पर माजिद तालिकोटी ने कहा कि उनके संबंध सबसे है. वह यह चुनाव धार्मिक सद्भाव को बढ़ाने, आपसी दूरियों को मिटाने तथा संस्कृति, शिक्षा व स्वास्थ्य जैसे मुद्दे पर समाज को जागरूक करने के लिए लड़ रहे हैं. सिराजुद्दीन कुरैशी के अनुसार, यह चुनाव सेंटर को राजनीतिकरण से बचाने के लिए भी है.
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-भारत एक्सप्रेस
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