UP News: बिजली हम सबकी बुनियादी जरुरत है ऐसे में इस दौर में बिना बिजली के रह पाना असम्भव सा है. आबादी के मामले में देश के सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश ने विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में एक नया इतिहास रचा है, राज्य के जवाहरपुर में 660 MW के नये तापीय पॉवर प्लांट में कई महीनों की कठोर मेहनत के बाद अब उत्पादन शुरू हो गया है. तीन दिनों से 101 MW का उत्पादन हो रहा है और जल्द ही पूर्ण क्षमता पर उत्पादन होने की सम्भावना जताई जा रही है.
उत्तर प्रदेश में बिजली की पिक डिमांड अत्यधिक होने की वजह से यूपी में बिजली की किल्लत हो रही थी और बिजली विभाग को अन्य संसाधनों पर निर्भर रहना पड़ रहा था जिसकी वजह से बिजली महंगी पड़ रही थी.
उत्तर प्रदेश सरकार के ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री ए के शर्मा के नेतृत्व में प्रदेश में विद्युत उत्पादन बढ़ाने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास होते दिख रहा है. जिसका परिणाम है कि एटा की जवाहरपुर तापीय विद्युत परियोजना की 660 मेगावाट की नयी तापीय पॉवर प्लांट में महीनों की कड़ी मेहनत के बाद विद्युत उत्पादन हेतु परीक्षण शुरू किया गया है. विगत तीन दिनों से इस इकाई में 111 मेगावाट की क्षमता तक परीक्षण किया गया है और जल्द ही पूर्ण क्षमता (660 मेगावाट) तक इस प्लांट में विद्युत उत्पादन होेने लगेगा. 660 मेगावाट की यह तापीय परियोजना 22 सितम्बर को सायं 05ः40 बजे कोयले की मदद से पहली बार सफलतापूर्वक संचालित की गयी है. 660 मेगावाट का जवाहरपुर का यह नया तापीय पावर प्लांट चालू होना ऐतिहासिक क्यों है, क्योंकि यह राज्य में अभी तक स्थापित तापीय ऊर्जा क्षमता का 10 प्रतिशत है और यह प्लान्ट सुपर क्रिटकल टेक्नोलॉजी पर आधारित है.
बकौल मंत्री ए के शर्मा, ऊर्जा विभाग नित नया इतिहास रचने को तैयार है. इस वर्ष जहां विद्युत की पीक डिमांड लगभग 28,246 मेगावाट को पूरा करने में सफलता हासिल की है वहीं रिकॉर्ड विद्युत कनेक्शन देने और इन्फ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ करने में भी कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी है. प्रदेश में निर्बाध विद्युत आपूर्ति देने में जवाहर तापीय विद्युत परियोजना का 660 मेगावाट का नया तापीय पॉवर प्लांट मील का पत्थर साबित होगा. शीघ्र ही जवाहरपुर तापीय विद्युत परियोजना की 660 मेगावाट के दूसरे पॉवर प्लांट से भी बिजली का उत्पादन शुरू होगा. ऊर्जा मंत्री ने इस ऐतिहासिक मौके पर उर्जा परिवार के उन सभी सदस्यों को बधाई दी है, जिन्होंने इसे संचालित करने में अपना अहम योगदान दिया है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मार्गदर्शन एवं सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया.
उम्मीद जताई जा रही है कि सोनभद्र की भांति ही जवाहरपुर तापीय विद्युत परियोजना से एटा बिजली उत्पादक जिले रूप में उभरेगा और इससे वहां पर विकास के द्वार भी खुलेंगे. एटा जनपद में जवाहर तापीय विद्युत परियोजना की कुल क्षमता 1320 मेगावाट है जिसमें से 660 मेगावाट की क्षमता वाली एक पॉवर प्लांट को शुरू कर दिया गया है, जिसकी लागत 12 हजार 320 करोड़ 43 लाख रूपये आयी है. प्रदेश में बढ़ते बिजली संकट को दूर करने में इस परियोजना बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है, उम्मीद जताई जा रही है कि इससे प्रदेश की विद्युत आपूर्ति में सुधार आएगा. उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में जहां सप्लाई इसी परियोजना से दी जाएगी, वहीं जवाहर तापीय विद्युत परियोजना से एटा के आसपास के इलाके के लोगों को रोजगार भी मिलेगा, जिससे क्षेत्र के विकास को भी पंख लगेंगे. इस परियोजना से उत्तर प्रदेश की बिजली उत्पादन क्षमता बढ़ेगी, जिसका लाभ प्रदेशवासियों को मिलना तय माना जा रहा है.
-भारत एक्सप्रेस
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