Sambhal SP MP Shafiqur Rahman Burke passes away: संभल से सपा सांसद शफीर्कुरहमान बर्क का बुधवार सुबह निधन हो गया. वे काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे और मुरादाबाद के निजी अस्पताल में भर्ती थे. सांसद के पोते ने जानकारी देते हुए बताया कि 94 साल के दादा की तबीयत अचानक खराब हो गई थी. इसके बाद में उन्हें मुरादाबाद के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. मंगलवार सुबह आईसीयू में ले जाया गया. लेकिन उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ. मंगलवार सुबह उनका निधन हो गया.
बता दें कि बर्क चार बार विधायक और 5 बार सांसद रह चुके थे. वे 2019 के लोकसभा चुनाव में 5वीं बार संभल लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गए थे. वे अपने विवादित बयानों की वजह से अक्सर सुर्खियों में रहते थे. बर्क बाबरी एक्शन कमेटी के संयोजक रह चुके थे. वे करीब 60 सालों से राजनीति कर रहे थे. बर्क बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के संयोजक भी रह चुके थे. मुस्लिमों के मुद्दे उठाने और वंदेमातरम पर अपने विवादित बयानों की वजह से काफी चर्चित हुए थे.
ये भी पढ़ेंः बंगाल रामनवमी हिंसा मामले में NIA ने 16 लोगों को किया गिरफ्तार, सभी पर दंगा भड़काने का आरोप
बर्क ने 1967 में संभल विधानसभा से पहला चुनाव लड़ा पर वे चुनाव हार गए. इसके बाद में उन्हें 1974 में पहली जीत दर्ज की. वे बीकेडी के टिकट पर विधायक चुने गए थे. इसके बाद 1977 में जनता पार्टी 1985 में लोकदल और 1989 में जनता दल के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे और जीत दर्ज की. इस दौरान वे मुलायम सिंह की सरकार मे कैबिनेट मंत्री भी रहे. वे पहली बार 1996 में सांसद चुने गए. उन्हाेंने पहली बाद 1996 में संसद में कदम रखा. इसके बाद वे लगातार 2 बार मुरादाबाद से सांसद चुने गए. 2009 में उन्होंने संभल से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की. 2014 का चुनाव वे मामूली अंतर से हार गए. इसके बाद वे 2019 में पांचवी बार सांसद चुने गए
फिटिस्तान –एक फिट भारत, भारत की सबसे बड़ी समुदाय-संचालित फिटनेस पहल है, जिसकी स्थापना मेजर…
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को झारखंड में चुनावी जनसभा में जाति…
आखिरी बार 2016 में हिलेरी क्लिंटन पद के काफी नजदीक पहुंच कर भी हार गई.…
Chhath Kharna Puja 2024 Mistakes: चार दिनों तक चलने वाले छठ महापर्व की शुरुआत 5…
बसपा सुप्रीमो मायावती ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा यूपी मदरसा शिक्षा बोर्ड कानून-2004 को वैध व…
बिहार के लोगों के लिए खास महत्व रखने वाले यह पर्व चार दिनों तक मनाया…