Energy News: उत्तर प्रदेश ने विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है. ओबरा-सी 2×660 मेगावाट पावर प्लांट की पहली इकाई ने पूरी क्षमता से बिजली का उत्पादन शुरू कर दिया गया है. इस इकाई से उत्पादन शुरू होने के साथ ही उत्तर प्रदेश की अपनी बिजली की उत्पादन क्षमता में 10 फीसदी की वृद्धि हो गई है.
उत्तर प्रदेश के मंत्री ए के शर्मा ने पावर प्लांट के पूरी क्षमता से चालू होने पर प्रदेशवासियों को इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए ऊर्जा क्षेत्र के सभी कार्मिकों को बधाई देते हुए इस सफलता के लिए प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया.
ए के शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री के विजन को योगी सरकार उत्तर प्रदेश को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाकर साकार करेगी और जल्द ही उत्तर प्रदेश विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा. जल्द ही तापीय और सोलर ऊर्जा के माध्यम से प्रदेश के लोगों को भरपूर और निर्बाध बिजली मिलेगी.
बकौल ए के शर्मा, ओबरा सी 2×660 मेगावाट क्षमता का पावर प्लांट सुपर क्रिटिकल टेक्नोलॉजी आधारित प्रोजेक्ट है और यह प्लांट 13,005 करोड रुपए की लागत से बनकर तैयार हुआ है. सुपर क्रिटिकल टेक्नोलॉजी आधारित यह पावर प्लांट पर्यावरण के मानक के अनुरूप होगा तथा जीरो लिक्विड डिस्चार्ज से युक्त होगा. उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन ने इस प्लांट से उत्पादित विद्युत का 100 प्रतिशत विद्युत क्रय हेतु अनुबंध किया हुआ है.
– ओबरा-सी 660 मेगावाट की प्रथम यूनिट से विद्युत का कामर्शियल उत्पादन शुरु होना है.
– एटा की जवाहरपुर पॉवर प्लांट की प्रथम यूनिट से 660 मेगावाट विद्युत उत्पादन शुरु होना है.
– जवाहरपुर की 660 मेगावाट की दूसरी यूनिट से भी फरवरी 2024 तक विद्युत के उत्पादन की शुरूआत होने की उम्मीद जताई जा रही है.
इन तीनों के शुरु होने से उत्तर प्रदेश को कुल 1920 मेगावाट क्षमता की विद्युत अतिरिक्त मिलने लगेगी.
यूपी के ऊर्जा मंत्रालय के अनुबंधित प्रोजेक्ट
– ओबरा-डी की 2×800 मेगावाट के दो पावर प्लांट लगाने का अनुबंध एनटीपीसी के साथ हो चुका है.
– अनपरा में 2×800 मेगावाट की दो यूनिट लगाने के लिए एनटीपीसी के साथ अनुबंध हो चुका है.
– मेजा की 660 मेगावाट के प्लांट का विस्तार करने के लिए एनटीपीसी से अनुबंध है.
– कानपुर के पनकी में 660 मेगावाट की एक यूनिट के विस्तार के बाद अगले वर्ष से पूरी तरह से काम करने की उम्मीद जताई जा रही है.
– घाटमपुर में 3×660 मेगावाट की तीन यूनिट को स्थापित किया जा रहा है.
उत्तर प्रदेश में थर्मल पावर प्लांट से विद्युत उत्पादन की कुल क्षमता 6100 मेगावाट है. इन सभी इकाइयों के कार्य करने से इतनी ही क्षमता का अतिरिक्त विद्युत उत्पादन प्रदेश में होने लगेगा.
– वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश में सौर ऊर्जा से 7000 मेगावाट विद्युत उत्पादन के लक्ष्य को पूरा किया जा रहा है.
– यूपी सरकार रूफटाप सोलर को बढ़ावा दे रही है.
– इसके लिए सौर ऊर्जा को दिन में स्टोर करने के लिए पम्प स्टोरेज प्रोजेक्ट साइन किये गये हैं.
– राज्य में 12 हजार मेगावाट क्षमता के पम्प स्टोरेज लगाये जाने की तैयारी है.
-भारत एक्सप्रेस
बीएसई सेंसेक्स के टॉप 30 शेयरों में से सिर्फ दो शेयरों में उछाल है, जबकि…
साल 2024 में भारतीय क्रिकेट के फैंस को तब झटका लगा, जब कई दिग्गज खिलाड़ियों…
ट्रंप ने कहा कि टैरिफ तब तक लागू रहेगा जब तक कि वे अपने देशों…
सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि जब सेना की एंबुलेंस गांव से गुजर रही थी, तो…
सांसद के घर पर पुराने मीटर को हटाकर दो नए स्मार्ट मीटर लगाए गए थे.…
यह मामला तब सामने आया जब रविवार को इन आरोपियों ने लिसाड़ी गेट के प्रहलाद…