देश

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने जब भारत-अमेरिका परमाणु समझौते जैसा साहसिक निर्णय लिया

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए लिया गया एक साहसिक और ऐतिहासिक निर्णय आज भी याद किया जाता है – भारत-अमेरिका असैन्य परमाणु समझौता. यह कदम न केवल भारत के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ था, बल्कि भारत और अमेरिका के रिश्तों को भी नई दिशा देने वाला था. हालांकि, इसे लागू करने में डॉ. सिंह को कई राजनीतिक चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति और नेतृत्व ने उन्हें इन मुश्किलों से पार पाने में मदद की.

यूपीए सरकार चलाने के दौरान उन्हें राजनीतिक दलों और वामपंथी पार्टियों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा. हालांकि, उन्होंने तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की मदद से कुछ दलों का समर्थन हासिल कर लिया.

राजनैतिक विरोध के बावजूद हासिल की सफलता

वामपंथी दलों ने इस समझौते का पुरजोर विरोध किया और सरकार से समर्थन वापस ले लिया. समाजवादी पार्टी ने पहले वामपंथियों का साथ दिया, लेकिन बाद में उसने अपना रुख बदल लिया. इसके बावजूद, सिंह की सरकार ने विश्वास प्रस्ताव में सफलता हासिल की.

भारत-अमेरिका रिश्तों को किया मजबूत

मनमोहन सिंह और तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने 18 जुलाई 2005 को इस समझौते की घोषणा की. यह समझौता औपचारिक रूप से अक्टूबर 2008 में लागू हुआ. यह भारत के लिए एक बड़ी जीत थी. इस समझौते ने भारत और अमेरिका के रिश्तों को मजबूत किया.

संजय बारू ने अपनी किताब में किया जिक्र

संजय बारू ने अपनी किताब “द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर: द मेकिंग एंड अनमेकिंग ऑफ मनमोहन सिंह” में लिखा, “परमाणु समझौते पर मनमोहन सिंह के निर्णय ने सोनिया गांधी के प्रति उनकी अधीनता की छवि को मिटा दिया. बारू के मुताबिक, इस फैसले के बाद लोगों ने उन्हें एक मजबूत नेता के रूप में देखा. उन्होंने इस समझौते को डॉ. सिंह का सबसे बड़ा गौरव माना.


ये भी पढ़ें- प्रधानमंत्री रहते हुए भी डॉ. साहब ने नहीं छोड़ी सादगी, चमचमाती बीएमडब्ल्यू के बजाए अपनी पुरानी मारुति 800 में थी दिलचस्पी


 

-भारत एक्सप्रेस

Prashant Rai

Recent Posts

अकासा एयर पर DGCA की सख्त कार्रवाई, ट्रेनिंग निदेशक और संचालन निदेशक 6 महीने के लिए निलंबित

DGCA ने अकासा एयर के ट्रेनिंग निदेशक और संचालन निदेशक को 6 महीने के लिए…

4 hours ago

Mahakumbh 2025: नमामि गंगे मिशन द्वारा निर्मल गंगा का संकल्प, स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अहम कदम

महाकुंभ 2025 में गंगा की स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए नमामि…

4 hours ago

झारखंड के गिरिडीह में NIA की बड़ी कार्रवाई, माओवादी मामले में कई स्थानों पर छापेमारी

एनआईए ने झारखंड के गिरिडीह जिले में माओवादी संगठन CPI (माओवादी) से जुड़े मामले में…

4 hours ago

हम अभी भी वापसी कर सकते हैं और लड़ाई जारी रख सकते हैं: सुंदर

भारत के ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर ने एमसीजी में भारत की खराब स्थिति के बावजूद वापसी…

4 hours ago

पटना में छात्रों ने खान सर और रहमान सर को आंदोलन से किया बाहर, जानिए कारण

बीपीएससी परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे छात्रों ने कोचिंग संचालकों खान सर…

4 hours ago

मनमोहन सिंह ने लड़ा सिर्फ एक लोकसभा चुनाव, कौन था वो नेता जिसने दी थी मात? यहां देखें परिणाम

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की आयु में दिल्ली के एम्स अस्पताल…

5 hours ago