Student Protest against BPSC: पटना में बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) परीक्षा के अभ्यर्थियों का आंदोलन जारी है. एक तरफ बीपीएससी की हठधर्मी है तो वहीं छात्र आरपार की लड़ाई लड़ने के मूड में हैं. छात्र कई दिनों से वन डे वन एग्जाम वन शिफ्ट की मांग कर रहे हैं और नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया का कड़ा विरोध कर रहे हैं. उधर बीपीएससी की तरफ से कोई स्पष्ट घोषणा अब तक नहीं की गई है.
छात्रों को दौड़ा–दौड़ाकर पीटा
आंदोलनकारी छात्रों ने शुक्रवार को बीपीएससी ऑफिस का घेराव करने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. बड़ी संख्या में छात्र घायल भी हुए हैं. छात्रों की मांग है कि 16 दिसंबर को होने वाली परीक्षा में एक ही शिफ्ट में परीक्षा कराया जाए और नॉर्मलाइजेशन के नाम पर होने वाली धांधली बंद की जाए.
छात्रों ने शुक्रवार को बीपीएससी ऑफिस के घेराव का ऐलान किया था, और भारी संख्या में छात्र जमा भी हुए लेकिन जब वो बीपीएससी के ऑफिस की ओर बढ़े तो पुलिस ने लाठियां भांजना शुरू कर दिया. आंदोलनकारी छात्रों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया. कई छात्र बुरी तरह से घायल भी हुए. बहरहाल छात्र किसी भी तरह से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं.
सरकार पक्ष में या विपक्ष में?
दूसरी तरफ सरकार के मंत्री छात्रों की मांगों से सहमति जता रहे हैं और उनकी मांगों पर विचार करने को भी तैयार हैं, लेकिन केवल बयानबाजी के अलावा कुछ नहीं किया जा रहा है. मंत्रियों का कहना है कि विपक्ष ही छात्रों को भड़का रहे हैं. दरअसल पता ही नहीं चल रहा है कि सरकार का इस मुद्दे पर क्या रुख है.
खान सर भी उतरे छात्रों के पक्ष में
मशहूर शिक्षक खान सर भी छात्रों के समर्थन में उतर आए हैं. खान सर ने इस मुद्दे पर कहा है कि बीपीएससी में गड़बड़ी हो रही है और डीएसपी व एसडीएम की सीटें बेची जा रही हैं. प्रदर्शन कर रहे छात्रों के बीच पहुंचे खान सर ने कहा कि जब तक नॉर्मलाइजेशन खत्म नहीं होता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने यह भी कहा कि जब नॉर्मलाइजेशन रद्द होगा, तब वे आंदोलन को छोड़ देंगे, लेकिन फिलहाल उनका साथ अभ्यर्थियों को मिलेगा. खान सर ने बीपीएससी से आधिकारिक बयान की मांग की है, जिसमें कहा जाए कि नॉर्मलाइजेशन लागू नहीं होगा.
इसके बाद, देर शाम यह खबर आई कि पटना पुलिस ने खान सर को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन पटना के एसएसपी राजीव मिश्रा ने इस पर बयान देते हुए कहा कि खान सर को न तो गिरफ्तार किया गया है और न ही हिरासत में लिया गया है. यह दावा पूरी तरह गलत है. हालांकि, छात्रों का कहना था कि पुलिस ने पहले खान सर को गिरफ्तार किया था, लेकिन छात्रों के दबाव के कारण उन्हें छोड़ दिया गया.
नॉर्मलाइजेशन क्या है और क्यों हो रही है इस पर विवाद?
नॉर्मलाइजेशन तब किया जाता है जब परीक्षा में बहुत सारे अभ्यर्थी होते हैं और परीक्षा अलग-अलग शिफ्ट्स में ली जाती है. इस प्रक्रिया के दौरान यह देखा जाता है कि किस शिफ्ट में कितने प्रश्न हल हुए हैं और किसे कितने अंक मिले हैं. नॉर्मलाइजेशन का मकसद यह होता है कि कठिन शिफ्ट में परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों के अंक बढ़ा दिए जाएं, ताकि सभी को समान अवसर मिल सके. लेकिन इस प्रक्रिया के कारण कभी-कभी अच्छे अंक लाने वाले उम्मीदवारों के अंक घट जाते हैं और कम अंक पाने वालों के अंक बढ़ जाते हैं, जिससे विवाद पैदा हो रहा है.
दिक्कत ये है कि एक तरफ बीपीएससी के अधिकारी ऑफ द रिकॉर्ड कह रहे हैं कि नॉर्मलाइजेशन होने का सवाल ही नहीं उठता इसलिए छात्रों का आंदोलन बेकार है, वहीं, बीपीएससी औपचारिक रूप से ऐलान करने से भी बच रहा है. बस, इसी चक्कर में छात्र आंदोलन कर रहे हैं और पुलिस उनकी धुनाई कर रही है.
-भारत एक्सप्रेस
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