Breast Cancer Awareness: ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में होने वाला एक गंभीर रोग है, जिसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. वहीं आपको बता दें कि अक्टूबर ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ है, जिसमें लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरूक किया जाता है. तो आइए ऐसे में जानते हैं इसके कारण, लक्षण और बचाव के तरीकों के बारे में…
1. जेनेटिक्स: अगर किसी महिला को ब्रेस्ट कैंसर हुआ हो, तो उनकी बेटी में भी इस बीमारी का रिस्क रहता है.
2. अनमैरिड होना: अनमैरिड महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा 24% से 28% ज्यादा होता है.
3. हॉर्मोनल रिप्लेसमेंट थेरेपी: यह थेरेपी मेनोपॉज के बाद महिलाओं को दी जाती है, लेकिन यह ब्रेस्ट कैंसर का कारण बन सकती है.
4. गर्भनिरोधक गोलियां: गर्भनिरोधक गोलियां भी ब्रेस्ट कैंसर का कारण बन सकती हैं.
5. खराब लाइफस्टाइल: तनाव, जंक फूड, स्मोकिंग, ड्रिंक और मोटापा भी ब्रेस्ट कैंसर का रिस्क बढ़ा सकते हैं.
1. ब्रेस्ट में दर्द या गांठ
2. निप्पल से खून या तरल पदार्थ का डिस्चार्ज
3. ब्रेस्ट का आकार या रंग में बदलाव
4. निप्पल का रंग बदलना
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1. खुद से ब्रेस्ट की जांच करें
2. मैमोग्राफी कराएं (40 साल की उम्र के बाद हर साल)
3. स्वस्थ लाइफस्टाइल अपनाएं
4. तनाव कम करें
5. स्मोकिंग और ड्रिंक से बचें
ब्रेस्ट कैंसर का इलाज इसकी स्टेज और प्रकार पर निर्भर करता है. यह सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी, कीमोथेरेपी या टार्गेटेड बायोलॉजिकल थेरेपी हो सकती है. अगर इसका पहली स्टेज पर ही पता चल जाए, तो ब्रेस्ट कैंसर पूरी तरह से ठीक हो सकता है.
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