Women’s Day 2024: हर साल महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने और उन्हें समाज में बराबरी देने के मकसद से 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है. इस दिन महिलाओं से जुड़े कई मुद्दों को उजागर किया जाता है. सेहत इन्हीं जरूरी मुद्दों में से एक है. महिलाएं अक्सर घर और ऑफिस के कार्यों के बीच अपनी सेहत को नजरअंदाज कर देती हैं, जिसकी वजह से उन्हें कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
ऐसे में महिला दिवस से पहले हम आपको महिलाओं से जुड़ी कई सारी चीजें बता रहे हैं. इसी कड़ी में आज हम आपको बताते हैं महिलाओं से जुड़ी कुछ ऐसी आम समस्याओं के बारे में जिसे अधिकतर महिलाएं चुपचाप झेल लेती हैं. उसके बारे में वह किसी को भी नहीं बताती हैं, लेकिन इसका अंजाम खतरनाक हो सकता है. ऐसे में आइए उन बीमारियों के बारे में बात करते हैं.
यह ज्यादातर महिलाओं द्वारा जीवनशैली में बदलाव, बढ़ते तनाव या हार्मोनल समस्याओं के कारण अनुभव किया जाता है. टॉनिक या गोलियों के रूप में सप्लीमेंट लिया जा सकता है, जिसमें अशोका, शतावरी, और लोधरा जैसी प्राकृतिक जड़ी-बूटियां शामिल हैं. ये जड़ी-बूटियाँ अंतर्जात हार्मोनल स्राव को नियमित करने में मदद करती हैं, यूट्रस की परत को शांत करती हैं, चक्रीय लय को ठीक करती हैं और इस तरह महिलाओं की स्वास्थ्य स्थितियों से जुड़े लक्षणों से राहत प्रदान करती हैं.
कई महिलाओं को हर महीने पीरियड्स में ऐंठन का अनुभव होता है. हालांकि यह कुछ महिलाओं के लिए बहुत ज्यादा दर्दनाक नहीं होता है तो वही दूसरी तरफ कई महिलाओं के लिए यह उनकी दिन-प्रतिदिन के कामों को प्रभावित करने के लिए काफी गंभीर हो सकता है. पीरियड्स में होने वाली इस असुविधा को कम करने के लिए, यशतिमाधु और दालचीनी जैसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों दी जा सकती हैं, क्योंकि ये दर्द और यूट्रस की मांसपेशियों की ऐंठन को कम करने में मदद करने के लिए जानी जाती हैं.
मैनरेजिया एक ऐसी बीमारी है, जो पीरियड्स के दौरान 7 या फिर इससे ज्यादा दिनों तक ब्लीडिंग होने से होती है. इस बीमारी में शरीर से बहुत ज्यादा खून निकल जाता है और इसे ही मैनरेजिया कहा जाता है. इसकी वजह से एनीमिया जैसी गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं.
डिप्रेशन ऐसी आम बीमारी है जिससे आज ना जाने कितने लोग जूझ रहे हैं. घर की समस्या, काम के बोझ तले अधिकतर महिलाएं मानसिक स्थितियों को झेलती हैं, लेकिन इस बारे में बात करने से संकोच करती हैं.
जी हां, ब्रेस्ट कैंसर होने से पहले शरीर कई सारे संकेत देता है, जिसे कई बार महिलाएं नजरअंदाज कर देती हैं और इस दर्द के बारे में दूसरों को नहीं बताती हैं. इसमें ब्रेस्ट में असहनीय दर्द होता है, लिक्विड निकलने लगता है और यह सारी चीजें अगर शुरुआत में ना पकड़ी जाएं तो कैंसर गंभीर रूप भी ले सकती हैं.
RSS सदस्य शांतनु सिन्हा द्वारा अमित मालवीय के खिलाफ ‘बंगाली’ में एक फेसबुक पोस्ट किया…
गुयाना से भारत लौटने के बाद पीएम मोदी सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर एक पोस्ट…
महिलाओं के खिलाफ घिनौने कृत्य अनंत काल से होते आ रहे हैं और ये आज…
पीठ चांदनी चौक सर्व व्यापार मंडल द्वारा दायर जनहित याचिका पर विचार कर रहा है,…
देश के विभिन्न राज्यों में तैयार किए गए गिफ्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अंतर्राष्ट्रीय यात्राओं…
एक बेघर व्यक्ति को मारने के बदले में भीड़ ने तय किया कि हाथिनी मैरी…