महाकुंभनगर: महाकुंभ को भव्य और दिव्य रूप से आयोजित करने के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संकल्प के अनुरूप प्रयागराज में सभी तैयारियों को पुख्ता किया जा रहा है. इसी क्रम में रविवार को प्रमुख सचिव नगर विकास की अध्यक्षता में महाकुंभ मेला क्षेत्र में विभागों की प्रगति की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया. उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि महाकुंभ में श्रद्धालुओं के साथ-साथ यहां काम कर रहे स्वच्छताकर्मियों का विशेष ध्यान रखा जाए. उनके कैंप्स में सभी आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराई जाएं. साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि पूरा मेला क्षेत्र रोशन दिखना चाहिए. कहीं भी अंधेरा नहीं होना चाहिए. समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी ने टॉयलेट्स में स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने, टेंट सिटी में सेफ्टी अरेंजमेंट्स और शहर में डस्ट को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए.
प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात और मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी ने मेला में साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने के लिए निर्देशित किया. उन्होंने साफ सफाई की व्यवस्था को लेकर जानकारी ली. निर्देश दिया कि स्वच्छताकर्मियों का खास ख्याल रखा जाए. कुम्भ के दौरान प्रधानमंत्री जी ने उनके पांव पखारे थे, इसे ध्यान में रखते हुए स्वच्छताकर्मियों की सैनिटेशन कॉलोनी, उनके बच्चों की पढ़ाई को लेकर सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त होनी चाहिएं. नियमित रूप से उनकी कॉलोनियों में अधिकारियों की विजिट हो और कहीं कोई समस्या हो तो तुरंत उसका निस्तारण किया जाए. विशेष कार्याधिकारी आकांक्षा राना ने बताया कि पूरे मेला क्षेत्र में 1.5 लाख टॉयलेट्स लगाए जा रहे हैं, जिन्हें 16 वेंडर्स स्थापित करने में जुटे हैं. कुल 15 हजार स्वच्छताकर्मियों को इससे जोड़ा गया है.
मेला क्षेत्र में पर्यटन विभाग द्वारा स्थापित की गई टेंट सिटी को लेकर उन्होंने निर्देश दिए कि सभी में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित कर ली जाए. खासतौर पर सभी टेंट्स में सेफ्टी अरेंजमेंट्स और फायर सेफ्टी को डबल चेक कर लिया जाए. सभी टेंट्स में बिस्तर, हीटर की व्यवस्ता होनी चाहिए। पर्यटन विभाग के द्वारा बताया गया कि पूरे मेला क्षेत्र में कुल 2100 टेंट्स की क्षमता वाली टेंट सिटी बसाई जा रही है. इनकी बुकिंग ऑनलाइन माध्यम से की जा रही है. प्रमुख स्नान पर्व के लिए सभी टेंट सिटी बुक हो चुकी हैं, जबकि आम दिनों के लिए भी ऑनलाइन बुकिंग जारी है. इसके अलावा वाटर स्पोर्ट, एडवेंचर स्पोर्ट, फूड कोर्ट भी बनाए गए हैं, जबकि संगम की हेलिकॉप्टर राइड की भी शुरुआत हो गई है.
मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी ने प्रयागराज विकास प्राधिकरण से शहर में डस्ट की स्थिति के बारे में भी जानकारी ली. उन्होंने कहा कि महाकुंभ के दौरान कहीं भी डस्ट नहीं दिखनी चाहिए. प्रमुख स्थलों के साथ-साथ रोड्स और साइनेजेस भी चमकने चाहिए. आवश्यकता के अनुसार छिड़काव के लिए जल की आपूर्ति सुनिश्चित कर ली जाए. उन्होंने मेलाधिकारी को निर्देश दिया कि कुछ लोग आदतन खुले में शौच करने जाते हैं. सुनिश्चित कर लिया जाए कि कहीं भी ओपेन डिफेकेशन नहीं होना चाहिए. वालंटियर्स लगाकर ऐसे लोगों को रोका जाए। यही नहीं, मेला से पहले और मेला के दौरान कहीं भी सड़क किनारे खाना नहीं बनना चाहिए. मुख्य स्नान पर्व के पहले ही सभी रास्तों को क्लियर कर लिया जाए.
यह भी पढ़ें: Mahakumbh 2025: महाकुंभ के लिए देश-विदेश से प्रयागराज आ रहे श्रद्धालुओं की सेवा में जुटेगा पूरा परिवहन विभाग
मेले में पांटून ब्रिज को लेकर भी उन्होंने निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी पांटून ब्रिज की दिन के साथ-साथ रात में भी मेंटीनेंस सुनिश्चित किया जाए. सभी पांटून ब्रिज में लाइट की व्यवस्था होनी चाहिए. उन्हें बताया गया कि पांटून ब्रिज के मेंटीनेंस के लिए 180 लोगों की टीम लगाई गई है और सभी पांटून ब्रिज बनकर क्रियाशील हो चुके हैं. मेंटीनेंस के लिए 20 से अधिक टीमों को बढ़ाया गया है. चेकर्ड प्लेट्स को बाहर से मंगाया जा रहा है. निर्देश दिया गया कि चेकर्ड प्लेट्स गाटा मार्ग की मांग के अनुसार लगाई जाएं.
विद्युत विभाग की ओर से बताया गया कि 67 हजार में से 60 हजार 200 स्ट्रीट लाइट्स लग चुकी हैं. घाटों पर भी लाइट्स लगाने का कार्य प्रगति पर है, जबकि पार्किंग में भी 8 जनवरी तक लाइट्स की व्यवस्था हो जाएगी. उन्होंने निर्देश दिया कि कहीं भी अंधेरा नहीं होना चाहिए. संस्थाओं को कनेक्शन देने के लिए आवश्यकता के अनुसार टीमें बढ़ाई जाएं.
जल निगम को निर्देशित किया गया कि सभी टॉयलेट्स में पानी होना चाहिए. सभी टॉयलेट्स से स्वच्छताकर्मियों को अटैच किया जाना चाहिए. सभी अखाड़ों, कैंप, मीडिया कॉलोनी में कनेक्शन हो जाने चाहिए. इरीगेशन डिपार्टमेंट को निर्देशित किया गया कि जल्द से जल्द घाटों की सफाई सुनिश्चित की जाए. इसके अतिरिक्त 8 जनवरी तक सभी हॉस्पिटल्स को भी रेडी करने के निर्देश दिए गए हैं.
उन्होंने मेले में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के मद्देनजर सभी 25 सेक्टर मजिस्ट्रेट (एसडीएम) को व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि सभी 25 एसडीएम अपने अपने सेक्टर में 24 घंटे महाकुंभ की मॉनिटरिंग करेंगे। मेला क्षेत्र में जो भी कार्य हो रहे हैं, उसको सकुशल संपन्न कराने की जिम्मेदारी इनकी है. महाकुंभनगर में रात के दौरान होने वाले निर्माण कार्य का भी नियमित निरीक्षण सुनिश्चित किया जाए.
मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने बताया कि मेला क्षेत्र में सभी सरकारी कैंप्स लग चुके हैं. अखाड़ों की भी बसावट हो गई है, जबकि प्रयागवाल और नई संस्थाओं के भी कैंप्स बन रहे हैं और जल्द ही पूरा मेला बसा हुआ दिखाई देगा. मुख्यमंत्री जी की मंशा के अनुरूप सभी संस्थाओं का सत्यापन करके उन्हें समस्त निर्धारित सुविधाएं प्राथमिकता के आधार पर दी जा रही हैं. उन्होंने बताया कि मेले में उचित मूल्य की दुकानें भी स्थापित हो गई हैं, जिनसे 10 जनवरी से लोगों को राशन उपलब्ध कराया जाएगा.
इस अवसर पर प्रमुख सचिव सिंचाई अनिल गर्ग, प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग अजय चौहान, मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार सिंह, सूचना निदेशक शिशिर उपस्थित रहे.
सुप्रीम कोर्ट ऑल इंडिया जजेज एसोसिएशन की याचिका पर सुनवाई कर रहा है. जिस याचिका…
महिला शिकायतकर्ता के अनुसार वह जब घर पर अकेली थी, तब आरोपी चंचल चौधरी घर…
दिल्ली हाई कोर्ट ने भारतीय प्रबंधन संस्थानों (आईआईएम) और अन्य बिजनेस स्कूलों में प्रवेश के…
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 2021 में लुधियाना कोर्ट परिसर में हुए IED ब्लास्ट मामले…
मार्च 2023 से जस्टिस के विनोद चंद्रन पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के रूप में…
प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन शुरू होते ही देशभर से श्रद्धालु संगम में पुण्य अर्जित…