यूटिलिटी

शेयरों में आज के दिन मामूली तेजी, निवेशकों को कल से शुरु होने वाली आरबीआई की मौद्रिक नीति बैठक के नतीजों का इंतजार

लंबे समय से भारतीय रातो-रात अमेरिकी बाजारों से सकारात्मक संकेतों और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की वापसी को देखते हुए, भारतीय शेयर सूचकांक में आज बुधवार की शुरुआत में मामूली उछाल देखने को मिली. आज दिन की शुरुआत में सुबह 9.28 बजे, सेंसेक्स 171.88 अंक या 0.24 प्रतिशत ऊपर 72,357.98 अंक पर था, और निफ्टी 63.75 अंक या 0.29 प्रतिशत ऊपर 21,993.15 अंक पर था. वहीं निफ्टी के 50 शेयरों में से 34 उन्नत, 15 गिरावट और शेष 1 स्थिर था.

एक वित्तीय वर्ष में छह द्विमासिक बैठकें

वहीं निवेशकों को गुरुवार से होने जा रही तीन दिवसीय आरबीआई मौद्रिक नीति की बैठक के नतीजों का इंतजार है. आरबीआई आम तौर पर एक वित्तीय वर्ष में छह द्विमासिक बैठकें आयोजित करता है, जहां यह ब्याज दरों, धन आपूर्ति, मुद्रास्फीति दृष्टिकोण और विभिन्न व्यापक आर्थिक संकेतकों पर विचार-विमर्श करता है.

दिसंबर में हुई थी बैठक

अपनी दिसंबर की बैठक में, आरबीआई ने सर्वसम्मति से नीतिगत रेपो दर को 6.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखने का निर्णय लिया, इस प्रकार लगातार पांचवीं बार यथास्थिति बरकरार रखी गई. एसबीआई रिसर्च के अनुसार, भारतीय रिजर्व बैंक ( आरबीआई ) की मौद्रिक नीति समिति अपनी फरवरी की समीक्षा बैठक में रेपो दर पर फिर से रोक लगा सकती है. रेपो रेट वह ब्याज दर है जिस पर आरबीआई अन्य बैंकों को ऋण देता है. नवीनतम रुकावटों को छोड़कर, आरबीआई ने मुद्रास्फीति के खिलाफ लड़ाई में मई 2022 से रेपो दर को संचयी रूप से 250 आधार अंक बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत कर दिया है. ब्याज दरें बढ़ाना एक मौद्रिक नीति साधन है जो आम तौर पर अर्थव्यवस्था में मांग को दबाने में मदद करता है, जिससे मुद्रास्फीति दर में गिरावट में मदद मिलती है.

इसे भी पढ़ें: वैलेंटाइन डे पर यहां मिल रहा OYO पर भारी डिस्काउंट, बुकिंग की आई बाढ़

भारत में खुदरा मुद्रास्फीति हालांकि आरबीआई के 2-6 प्रतिशत के लचीले स्तर पर है, लेकिन इसका आदर्श स्तर 4 प्रतिशत से ऊपर है. दिसंबर में यह 5.69 फीसदी थी. एफपीआई प्रवाह की बात करें तो, जनवरी में शुद्ध खरीदार बनने के बाद, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने इस महीने फिर से भारतीय स्टॉक जमा करना शुरू कर दिया है. उन्होंने अब तक 3,044 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी है. नवंबर और दिसंबर के दौरान घरेलू स्टॉक जमा करने की दिशा में कदम बढ़ाने के बाद, उन्होंने जनवरी में तेजी से भारतीय स्टॉक बेचे थे, जिससे वे भारतीय इक्विटी बाजार में शुद्ध विक्रेता बन गए.

Rohit Rai

Recent Posts

दुनिया के 7वें सबसे खुशहाल देश की राजकुमारी के बेटे पर लगा गंभीर आरोप, जानें क्या है पूरा मामला

नॉर्वे की राजकुमारी मेटे-मैरिट के बेटे मैरियस बोर्ग होइबी पर यौन उत्पीड़न और रेप के…

8 minutes ago

BGT Test Series: बल्ले से खराब फॉर्म के बीच कैच छोड़ने के मामले में भी कोहली ने बनाया अनचाहा रिकॉर्ड

Border-Gavaskar Trophy: पर्थ में विराट कोहली ने 12 गेंदों पर 5 रनों की पारी खेली…

29 minutes ago

आपराधिक मानहानि के मामले में दिल्ली की CM Atishi को राहत, सेशन कोर्ट ने आपराधिक कार्यवाही पर रोक लगाया

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने बीजेपी (BJP) नेता प्रवीण शंकर कपूर द्वारा उनके खिलाफ दायर…

40 minutes ago

झलकारी देवी की वीरगाथा: रानी लक्ष्मीबाई की सेना प्रमुख, जिन्होंने प्राणों का ​बलिदान देकर अंग्रेजों से झांसी को बचाया

झलकारी बाई एक आदर्श वीरांगना थीं, जिन्होंने न सिर्फ अपनी वीरता एवं साहस से भारतीय…

53 minutes ago

मृत घोषित होने के बाद हो रहा था अंतिम संस्कार, चिता पर अचानक उठ बैठा युवक, फिर क्या हुआ जानें

राजस्थान के झुंझुनू जिले का मामला. इस घटना को राजस्थान सरकार ने गंभीर लापरवाही का…

1 hour ago

पंजाब में आम आदमी पार्टी की कमान अब कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा के हाथ, बनाए गए नए प्रदेश अध्यक्ष

अमन अरोड़ा पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं. शुक्रवार को संसदीय मामलों की समिति की…

2 hours ago